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सोमवार, 8 दिसंबर 2025

​ पूर्व पार्षद एवं बिहार विधानसभा चुनाव आब्जर्वर राजेश गुप्ता 'चंपू' ने प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष दीपक बैज से की शिष्टाचार भेंट


​राजनांदगांव।शहर  के इंदिरा नगर वार्ड नंबर 41 के  ​पूर्व पार्षद एवं अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी(एआईसीसी) के एसटी विभाग द्वारा हाल ही में बिहार विधानसभा चुनाव के लिए नियुक्त किए गए ऑब्जर्वर (पर्यवेक्षक) श्री राजेश गुप्ता 'चंपू' ने विगत, दिनांक 04/12/2025 (गुरुवार) को छत्तीसगढ़ कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष, माननीय श्री दीपक बैज से शिष्टाचार भेंट की।

​यह महत्वपूर्ण मुलाकात छत्तीसगढ़ कांग्रेस कमेटी के मुख्यालय राजीव भवन, रायपुर स्थित श्री दीपक बैज के कार्यालय में हुई।

      *​मुलाकात का उद्देश्य*

​मुलाकात के दौरान, श्री राजेश गुप्ता 'चंपू' ने छत्तीसगढ़ में कांग्रेस संगठन की मजबूती, आगामी राजनीतिक रणनीतियों और जमीनी स्तर पर कार्यकर्ताओं के साथ समन्वय जैसे विषयों पर प्रदेश अध्यक्ष श्री दीपक बैज से विस्तृत चर्चा की।

​श्री राजेश गुप्ता 'चंपू' ने बताया कि उन्होंने बिहार चुनाव पर्यवेक्षक के रूप में अपने अनुभव साझा किए और संगठनात्मक कार्यों को लेकर श्री बैज का मार्गदर्शन प्राप्त किया। उन्होंने कहा कि श्री दीपक बैज के नेतृत्व में छत्तीसगढ़ कांग्रेस पार्टी लगातार सशक्त हो रही है।


   *​प्रदेश अध्यक्ष का संदेश*

​प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष माननीय श्री दीपक बैज ने श्री राजेश गुप्ता 'चंपू' को बिहार में पर्यवेक्षक की जिम्मेदारी सफलतापूर्वक निभाने के लिए बधाई दी और उनके द्वारा दिए गए संगठनात्मक सुझावों की सराहना की। श्री बैज ने कहा कि अनुभवी नेताओं का मार्गदर्शन पार्टी को राष्ट्रीय स्तर पर मजबूती प्रदान करता है।

​यह मुलाकात दोनों वरिष्ठ नेताओं के बीच संगठनात्मक अनुभवों के आदान-प्रदान और पार्टी की आगामी योजनाओं को सुदृढ़ करने की दिशा में महत्वपूर्ण रही।

अमित बघेल की जमानत अर्जी खारिज!..14 दिन की जेल भेजे गए— पुलिस कस्टडी में होंगे शामिल अमित बघेल ने दिया था भड़काऊ बयान

 रायपुर /जोहार छत्तीसगढ़ पार्टी के अध्यक्ष और छत्तीसगढ़िया क्रांति सेना के प्रदेश अध्यक्ष अमित बघेल को कोर्ट ने 14 दिनों की न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया।

पुलिस रिमांड समाप्त होने के बाद उन्हें सोमवार को अदालत में पेश किया गया, जहां उनकी ओर से दाखिल जमानत याचिका पर सुनवाई हुई। कोर्ट ने जमानत देने से इनकार करते हुए उन्हें सीधे जेल भेजने का आदेश दिया।

श्रीमद् भावगत कथा यज्ञ सप्ताह हेतु पदुमतरा में कार्यक्रम स्थल हुआ भूमिपूजन

 राजनांदगांव। पदुमतरा में नए वर्ष में होने वाले श्रीमद् भागवत कथा के लिए आयोजन समिति ने भूमिपूजन किया। पुजारी राजा दुबे ने विधिवत पूजा-अर्चना कर भूमिपूजन कार्य संपन्न कराये। आगामी 1 जनवरी को मां बगलामुखी यज्ञ एवं 2 जनवरी से 8 जनवरी तक कथा का आयोजन किया गया है।

कार्यक्रम में क्षेत्रीय विधायक हर्षिता स्वामी ने अपनी बात रखते हुए कहा कि महाराज जी की कथा सुनने दूर-दूर से श्रोता उपस्थित रहेंगे, सभी को तैयारी में जुट जाने की अपील की।
पूर्व विधायक भुनेश्वर बघेल ने कहा की यह पदुमतरा ही नहीं पूरे क्षेत्र के लिए गर्व व सौभाग्य का विषय की राष्ट्रीय कथावाचक आचार्य रामानुज युवराज पाण्डेय जी का श्रीमद् भागवत कथा का आयोजन हो रहा है, जिन्हें सुनने लोग उत्साहित है, ललित चांदतारे, क्षेत्रीय जनपद जनपद सदस्य ललिता मोहन साहू, सरपंच हिना घनश्याम साहू ने अपने विचार रखे।
श्री राम मंदिर समिति अध्यक्ष ओमप्रकाश साहू ने बताया कि विभिन्न गांव के लोगों को श्रीमद् भागवत कथा में आमंत्रण दिया जा रहा है। कथा हेतु श्री राम मंदिर ट्रस्ट समिति, महिला मंडल भागवत समिति समस्त ग्रामवासी व क्षेत्रवासी लगे हुए है।
इस दौरान भूमि पूजन में मुख्य रूप से विधायक हर्षिता स्वामी बघेल, पूर्व विधायक भुनेश्वर बघेल, श्रीराम मंदिर समिति अध्यक्ष ओमप्रकाश साहू, क्षेत्रीय जनपद सदस्य ललिता मोहन साहू, सरपंच हिना घनश्याम साहू, महरूम सरपंच अजीत महिपाल, देवसरण वर्मा, ग्राम पटेल खुमान बंजारे, देवनारायण साहू, मणि महिलांग, फतीस साहू, मोहन साहू, घनश्याम साहू, कालू साहू, रवि ठाकुर, पवन महोबिया, चंद्रकांत साहू, उत्तम साहू, खेलन साहू, हरिकिशन सेन, देवसरण साहू, शिवा साहू, सोनू साहू, उमाशंकर यादव, राकेश गौतम, कुमारी साहू, जमुना साहू, निर्मला साहू, देवकुंवर साहू, दुमेश्वरी साहू, हेमकुमारी साहू, किरण साहू, सुनीता रजक, दया बाई साहू सहित अन्य सदस्य मौजूद रहे।

चिखली पुलिस की बड़ी कार्रवाई : नवविवाहिता की हत्या के तीन आरोपी गिरफ्तार, जेल भेजे गए

 राजनांदगांव। चिखली पुलिस ने नवविवाहिता मोनिका रामटेके की संदिग्ध मौत के मामले में तेजी से कार्रवाई करते हुए पतिए सास और रिश्तेदार को हत्या के आरोप में गिरफ्तार कर न्यायिक रिमांड पर जेल भेज दिया है। मामला 26 नवंबर 2025 को जिला मेडिकल कॉलेज अस्पताल पेड्री राजनांदगांव से मिले अस्पताली मेमो के बाद सामने आया था, जिसमें मोनिका को मृत अवस्था में लाया गया बताया गया था।

पुलिस अधीक्षक अंकिता शर्मा, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक राहुल देव शर्मा तथा नगर पुलिस अधीक्षक पुष्पेन्द्र नायक के निर्देशन में उप पुलिस अधीक्षक तनुप्रिया ठाकुर ने पुलिस चौकी चिखली टीम के साथ जांच शुरू की। मृतिका के परिजनों के कथनों और पोस्टमार्टम रिपोर्ट के आधार पर मामला संदिग्ध पाया गया। विस्तृत जांच के बाद पुलिस ने धारा 103 (1), 3 (5), 238 बीएनएस के तहत अपराध दर्ज किया।
जांच में सामने आया कि मृतिका के पति रवि रामटेके, सास प्रमिला रामटेके और रिश्तेदार अजय उर्फ करन डोंगरे द्वारा लंबे समय से मृतिका के साथ मारपीट व चरित्र संदेह को लेकर विवाद किया जाता था। पूछताछ में तीनों ने स्वीकार किया कि 26 नवंबर को दोपहर में सोते समय मोनिका की वायर से गला दबाकर हत्या की गई।
इस मामले में रवि रामटेके, उम्र 24 वर्ष, प्रमिला रामटेके, उम्र 46 वर्ष एवं अजय उर्फ करन डोंगरे, उम्र 19 वर्ष तीनों आरोपी गौरीनगर, वार्ड 13, चौकी चिखली क्षेत्र के निवासी हैं।
गिरफ्तारी के बाद उन्हें न्यायालय में पेश किया गयाजहाँ से उन्हें जेल भेज दिया गया।
कार्रवाई में उप पुलिस अधीक्षक तनुप्रिया ठाकुर, चौकी प्रभारी उप निरीक्षक कैलाश चन्द्र मरई, प्रधान आरक्षक राज कुमार वर्मा, महिला प्रधान आरक्षक माया सिंह गौर, आरक्षक सुनील बैरागी, गोपाल पैकरा, आदित्य सोलंकी, महिला आरक्षक सिन्धु फुले सहित चिखली पुलिस स्टाफ की महत्वपूर्ण भूमिका रही।

नवनियुक्त शहर व ग्रामीण जिला कांग्रेस अध्यक्षों ने ग्रहण किया पदभार

 राजनांदगांव। अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के संगठन सृजन कार्यक्रम के अंतर्गत राजनांदगांव जिले में शहर एवं ग्रामीण जिला कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष पद पर क्रमशः जितेंद्र मुदलियार और विपिन यादव की नियुक्ति की गई। दोनों नवनियुक्त अध्यक्षों का पदभार ग्रहण समारोह 07 दिसंबर, रविवार को सतनाम भवन, राजनांदगांव में आयोजित किया गया। कार्यक्रम में छत्तीसगढ़ प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष दीपक बैज, पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल, जिले के विधायक, पूर्व विधायक, वरिष्ठ नेता तथा भारी संख्या में पार्टी कार्यकर्ता उपस्थित रहे।

इस दौरान पीसीसी अध्यक्ष दीपक बैज ने कहा कि दोनों जिला अध्यक्षों की नियुक्ति कांग्रेस के कार्यकर्ताओं की इच्छा के अनुरूप, पूर्णतः लोकतांत्रिक प्रक्रिया से हुई है। उन्होंने विश्वास व्यक्त किया कि नवनियुक्त अध्यक्ष हर एक कार्यकर्ता को साथ लेकर संगठन को मजबूत करेंगे और जनहित से जुड़े मुद्दों पर प्रभावी भूमिका निभाएंगे। उन्होंने कहा आज इनका पदभार ग्रहण है, 2028 में कांग्रेस सरकार का शपथ ग्रहण हम सभी मिलकर करवाएंगे।
उन्होंने कहा कि संगठन सृजन के माध्यम से हुई यह नियुक्ति पूरी तरह लोकतांत्रिक प्रक्रिया रही। उन्होंने कहा हमारा पहला उद्देश्य जमीन से जुड़े कांग्रेस कार्यकर्ताओं को मजबूत बनाना है। भाजपा सरकार की गलत नीतियों के खिलाफ संघर्ष करते हुए 2028 में कांग्रेस की सरकार बनाने का हमारा संकल्प अटूट है। किसान ही नहीं हर वर्ग का व्यक्ति शासन की नीतियों से परेशान हैं।
उन्होंने कहा कि खरीद केंद्रों में टोकन मिलने की समस्या है, जहां टोकन मिल रहा है वहां किसानों को लंबा इंतजार करना पड़ रहा है। रबि फसल के लिए सरकार बीज तक नहीं उपलब्ध करवा पा रही है। बिजली बिल की हाफ योजना बंदकर हितग्राहियों की छूट पर डकैती डाली दी गई। जमीन की दरों में बेतहाशा बढ़त से निम्न वर्ग, मध्यम वर्ग प्रभावित हो रहा है। जमीन खरीद पाना लोगों के लिए सपना हो गया। ऐसे ढेरों मामले हैं जिनमें डबल इंजन की सरकार फेल है। हमें इस सरकार के खिलाफ ऐसा आंदोलन खड़ा करेंगे जो ईंट से ईंट भिड़ा देगा।
पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा कि भाजपा सरकार शिक्षकों से कुत्तों की निगरानी करने कह रही है। उन्होंने कहा कि इस मानसिकता के साथ आप प्रदेश में किस तरह सुराज ला सकते हैं। उन्होंने कहा कि आज नक्सल मामलों में जो सफलता मिल रही है वह कांग्रेस सरकार के दौरान बनाई हुई नीतियों का ही नतीजा है। उन्होंने कहा कि जनता साय सरकार से न केवल नाराज है बल्कि ये सरकार उनकी उम्मीद भी खो चुकी है।
इस दौरान जिला शहर कांग्रेस कमेटी अध्यक्ष जितेंद्र मुदलियार व जिला ग्रामीण कांग्रेस अध्यक्ष विपिन यादव ने कहा कि सभी कार्यकर्ता एकजुट होकर इसी जोश के साथ सरकार से लोहा लेंगे। उन्होंने कहा कि भाजपा सरकार की जनविरोधी नीतियों और जनता के शोषण के खिलाफ हम पूरी ताकत से संघर्ष करेंगे।
कार्यक्रम का संचालन प्रदेश महामंत्री शाहिद भाई एवं पंकज बांधव ने किया। इस अवसर पर राजनांदगांव विधानसभा रहे प्रत्याशी गिरीश देवांगन, विधायक हर्षिता स्वामी बघेल, पूर्व विधायक भुवनेश्वर बघेल, छन्नी साहू, प्रदेश महामंत्री थानेश्वर पाटिला, प्रदेश प्रवक्ता रूपेश दुबे, मेहुल मारु, डा. आफताब आलम, नेता प्रतिपक्ष संतोष पिल्ले, राजनांदगांव जिला प्रभारी बृजेश शर्मा, श्रीकिशन, रमेश राठौर, जिला महामंत्री महेंद्र यादव, चुम्मन साहू, राहुल तिवारी, मनोज सिन्हा, रामादेवी वर्मा, ब्लाक अध्यक्ष रतन यादव, रितेश जैन, विजय राज सिंह, ब्लाक अध्यक्ष आसिफ अली व सूर्यकांत जैन, रोहित चंद्राकर, रुबी गरचा, दौलत चंदेल, प्रेम रुपचंदानी, इकरामुद्दीन सोलंकी, मामराज अग्रवाल, विवेक वासनिक, शारदा तिवारी, रौशनी सिन्हा, आशा अग्रवाल, सरिता गजभिए, अशोक पंजवानी, राकेश जोशी, प्रदेश युवा कांग्रेस सचिव चेतन भानुशाली, जिला युवा कांग्रेस अध्यक्ष महेश सेन विधायक युवा कांग्रेस अध्यक्ष एनी माखिजा, डोंगरगढ़ विधानसभा अध्यक्ष सौरभ वैष्णव, एनएसयूआई अध्यक्ष अमर झा, राकेश चंद्राकर, विनय झा, सतीश मसीह, अमीन हुड्डा, शरद पटेल, राजिक सोलंकी, अभिमन्यु मिश्रा, रीना पटेल, खैरुनिशा, गोपीचंद गायकवाड़, गामेंद्र नेताम, ताराचंद साहू, विरेंद्र चंद्राकर, राकेश चंद्राकर, दीपक साहू, परस साहू, शैलेष साहू, ललित कुमरे, महेश यादव, युवराज भारती, महेश यादव, लोकू यादव, मनोज सिन्हा सहित बड़ी संख्या में कार्यकर्ता मौजूद रहे।

धान बेचने टोकन नहीं मिलने पर किसान ने उठाया आत्मघाती कदम, यह सिर्फ एक घटना नहीं यह छत्तीसगढ़ के किसानों की कराहती हुई सच्चाई है – (विष्णु लोधी)

 डोंगरगढ़। धान खरीदी में टोकन न मिलने से महासमुंद जिले के विकास खण्ड बागबाहरा, ग्राम सेनभांठा के किसान शनिवार को परेशान हो कर एक किसान द्वारा आत्महत्या का प्रयास किए जाने की भीषण घटना पर छत्तीसगढ़ लोधी समाज के प्रदेश कोषाध्यक्ष एवं वरिष्ठ कांग्रेस नेता विष्णु लोधी ने कड़ी प्रतिक्रिया व्यक्त की है।

विष्णु लोधी ने कहा कि यह घटना केवल एक व्यक्ति का दर्द नहीं, बल्कि आज पूरे छत्तीसगढ़ के किसानों की कराहती हुई सच्चाई है। किसानों को धान बेचने के लिए टोकन नहीं मिल रहा, और जो टोकन के लिए केंद्रों का चक्कर लगा रहे हैं, वे लगातार परेशान हो रहे हैं।


उन्होंने बताया कि कई दिनों से टोकन कटवाने के प्रयास में लगे किसान ने निराशा में आत्मघाती कदम उठा लिया। विष्णु लोधी ने कहा कि यह घटना प्रशासनिक विफलता के साथ-साथ सरकार की किसान-विरोधी नीतियों का परिणाम है। किसान अपनी बहन की शादी के लिए धान बेचने अत्यंत चिंतित था, परंतु अधिकारियों के पास सुनवाई तक नहीं हुई।

विष्णु लोधी ने आरोप लगाया कि सरकार की लापरवाही ने एक और किसान की जिंदगी को दांव पर लगा दिया है। उन्होंने कहा कि टोकन जारी न होना, केंद्रों में बदइंतजामी, और अधिकारी-कर्मचारियों की अनदेखी किसी भी संवेदनशील सरकार की पहचान नहीं हो सकती। गंभीर रूप से घायल किसान को रायपुर रेफर किया गया है और इसके लिए सरकार व प्रशासन प्रत्यक्ष रूप से जिम्मेदार हैं। उन्होंने कहा कि छत्तीसगढ़ सरकार किसानों के नाम पर केवल घोषणाओं की राजनीति कर रही है।

धान खरीदी प्रारंभ हो चुकी है, लेकिन टोकन के अभाव में किसानों की लंबी लाइनें और अफरा-तफरी मची है। उन्होंने प्रश्न उठाया कि क्या यही है “किसान सम्मान” या “कृषि प्रधान राज्य” की वास्तविक तस्वीर?
विष्णु लोधी की प्रमुख माँगें: धान खरीदी टोकन की व्यवस्था तत्काल मैन्युअल की जाए।

आत्महत्या का प्रयास करने वाले किसान की घटना की उच्च स्तरीय जांच कर दोषी अधिकारियों पर कठोर कार्रवाई हो।
किसान परिवार को तत्काल आर्थिक सहायता व सुरक्षा उपलब्ध कराई जाए।
प्रदेश के सभी खरीदी केंद्रों का निरीक्षण कर पारदर्शी एवं सुचारु व्यवस्था लागू की जाए एवं एग्रीस्टेक में छूटे हुए हजारों किसानों का धान को खरीदा जाए।

विष्णु लोधी ने कहा कि किसान की पीड़ा किसी राजनीतिक दल का मुद्दा नहीं, बल्कि जीवन और सम्मान का सवाल है। उन्होंने चेतावनी दी कि यदि किसानों पर अत्याचार और उपेक्षा का सिलसिला नहीं रुका, तो प्रदेश का हर जागरूक नागरिक सड़क पर उतरने को मजबूर होगा। उन्होंने कहा कि किसानों के अधिकार, सम्मान और न्याय की लड़ाई वे लगातार जारी रखेंगे।

शनिवार, 22 नवंबर 2025

चलों मनाते दीवाली


दीप जलाएँ प्रीत निभाएँ, चलो मनाएँ दीवाली।
ले अक्षत रोली कुमकुम,सजाएँ आरती की थाली।।

जगमग-जगमग दीपों से, सदा ही हारा अँधियारा।
माटी के दीयों ने ही तो, सबल किया है जग सारा।।

प्राकृत सदा ही सुलझायी, कृत्रिम सदा उलझाया।
स्वयं दीप जो बने जले, उजास उनसे मिल पाया।।

पंच दिवस का दीपपर्व, पंच देवों तत्वों को भाता।
भाव धरे जो शुद्धता शुचिता,प्रकृति वही लौटाता।।

द्वार-द्वार सजे गेंदे तोरन, कलश सजे धानों बाली।
बिटियाँ सजातीं घर-आँगन, रंगोली रंग निराली।।

देख जिसे हरि हरिप्रिया, पग धर- धर मुस्काएँगी।
सुख, शान्ति, समृद्धि देकर, देवाशीष बरसाएँगी।।

रिद्धि-सिद्धि सँग विनायक,आते हैं निश्चय आयेंगे।
जब हम उनके अगवानी में,खुद को दीप बनायेंगे।।

रोशन साहू 'मोखला'(राजनांदगांव)
7999840942

धैर्य



हे गुरुवर! अब मुझे नहीं रहना है इस संसार में। बालक ने संत से रूठे स्वर में अपना विचार प्रगट किया।

किन्तु बालक! बगीचे की देखभाल कौन करेगा और जिस लक्ष्य से तुम यहाँ आए हो उसे पूर्ण किए बिना कैसे जा सकते हो?  संत जी अपने मस्तक पर चिंता की लकीरें बनाते हुए बोले।

अच्छा....! आपको अपने बगीचे की पड़ी है संत जी; मेरे भविष्य की नहीं...?
मेरे सभी साथीगण अपने–अपने लक्ष्य प्राप्त कर जीवन पथ पर अग्रसर होने लगे हैं और मैं वहीं का वहीं एक पत्थर की मूरत की भांति ही खड़ा हूँ। बालक ने कहा।

               ओह! तो ये बात है, किन्तु बालक इसका तात्पर्य है कि तुम अपने आप को कमजोर, असहाय, निर्बल समझते हो; मैंने तो कभी इसका ज्ञान नहीं दिया है। हमेशा सकारात्मकता की ओर बढ़ाने का प्रयास किया है। संत जी अपनी दाढ़ी में हाथ फेरते हुए बोले।

नहीं.....नहीं अब मुझे नहीं जीना। बालक बहुत हठ करने लगा। 

जैसी तुम्हारी इच्छा! किंतु बालक,  इस संसार से जाने से पहले मेरा एक छोटा सा कार्य कर दो फिर मैं तुम्हें नहीं रोकूँगा। संत, बालक को आज्ञा देते हुए बोले।

बालक मन ही मन क्रोध से लाल होता जा रहा था। उसकी काया क्रोध से सूर्य की तेज अग्नि की भांति तपने लगी थी।
मन ही मन बुदबुदा रहा था– "मैंने तो सोचा था इतने बड़े तपस्वी के साथ रहता हूँ कुछ न कुछ तो उपाय जरूर बताएँगे जिससे मैं अपना लक्ष्य हासिल कर पाऊँगा और दूसरों की भांति खुश रहकर जीवन यापन करूँगा। अब मुझे पता चला संत श्री मुझसे सिर्फ कार्य करवाते हैं प्रेम तो तिनके की भांति भी नहीं झलकता।
फुसफुसाता हुआ बालक संत के पीछे–पीछे चलने लगा।

संत सब कुछ समझ चुके थे। बालक के मन में क्या बातें घूम रही हैं।

देखो ये अमरूद का वृक्ष है। संत बोले।

गुरुवर; क्या आप मुझे इस अमरूद के वृक्ष को दिखाने बगीचे में लाए हैं? बालक बोला।
हाँ।  बालक आश्चर्य से संत के चेहरे की ओर देखने लगा।

इसकी अब जरूरत नहीं है इसे काटना ही उचित लग रहा है। संत बोले।
 परन्तु क्यों? इतना हरा–भरा फलदार वृक्ष है उसे मैं काट कर पाप का भागीदार क्यों बनूँ गुरुवर? ना..... बाबा.... ना मैं आपकी आज्ञा नहीं मान सकता। बालक दोनों हाथ जोड़ते हुए बोला। 

लेकिन अभी तक तो एक भी बार फल नहीं लगे हैं न इसमें? संत बोले।

            इस वृक्ष के लिए तुमने बहुत मेहनत की है; समय–समय पर जल, खाद और न जाने क्या–क्या उपाय किया है; ताकि इसमें जल्द ही फल लग सके लेकिन फल लगते ही सारे फल टूट जाते हैं, फिर तुम्हारी मेहनत तो पानी में गई न? इससे अच्छा है काट दो। संत फरसी को आगे की तरफ बढ़ाने लगे।

                नहीं..... नहीं...... संत जी मैं ऐसा नहीं होने दे सकता क्योंकि इसे तो हमने सारे वृक्षों के बाद लगाया है, अभी समय ही कहाँ हुआ है। देर से लगा है इसलिए देर से फल देगा।

अच्छा....! संत जी मुस्कुराते हुए ध्यान से बालक को देखकर बोले- "वत्स! तुम्हें तुम्हारे प्रश्नों का उत्तर मिल गया।" 

बालक आश्चर्य से संत जी के तरफ देखकर बोला- "वो कैसे?"

                वत्स! जिस प्रकार से वृक्ष में अनेक बार फल लगते हैं और टूट कर नीचे गिर जाते हैं, पत्तियाँ झड़ जाती हैं; इसका मतलब ये नहीं कि पेड़ को काट दिया जाए। वे भी कड़ी तपस्या करते हैं; ऋतु के आते ही फिर से उनमें नई शाखाएँ आती हैं, फल लगते हैं और छायादार–फलदार वृक्ष हमें खट्टे–मीठे फल दे कर जीवन में खुशियाँ बाँटते हैं। 

तुमने ही कहा कि इसे बाद में रोपण किया है इसलिए देर से फल लगेंगे; ठीक उसी प्रकार तुम भी तो आश्रम सारे बालकों के आने के बाद आए हो न इसलिए तुम्हें थोड़ा परिश्रम और कष्ट तो सहना पड़ेगा। एक साधारण सा वृक्ष स्थाई रहकर जब हार नहीं मानता है फिर तुम मनुष्य होकर कैसे हार मान सकते हो। असफलता के हाथ लगने से जीवन समाप्त नहीं किया जाता है बालक! कड़ा परिश्रम करो; समय आने पर असंभव भी संभव हो जाता है। सब समय के अनुसार ही होता है।

        बालक अपने गुरु के चरण में नतमस्तक होते हुए बोला– "मुझे माफ करना संत श्री, मुझे समझने में भूल हो गई। आज आपने मेरे अंतर्मन के बंद नयन के पट खोल दिए। मुस्कुराता हुआ बालक अमरूद के वृक्ष को निहारने लगा।

//रचनाकार//
प्रिया देवांगन "प्रियू"
राजिम
जिला - गरियाबंद
छत्तीसगढ़

नवीन माथुर की ग़ज़लें

 ग़ज़लें

1
बात   नहीं   हैरानी   की।
अक़्सर जीत जवानी  की।

सीधे  दिखने  वालों  की,
आदत   है  शैतानी  की।

जब तक बचपन ठहरा है,
फ़ितरत  है  नादानी  की। 

दिल का हर जज़्बा अपना,
ताकत  है  आसानी  की।

चिंता   जतला    देती  है,
सलवट इक  पेशानी  की।

रखती  हैं   थोथे  मतलब,
रस्में   सब    बेमानी  की।
2
जब कभी भी लगाम दूँगा तुझे।
चाल अपनी  तमाम दूँगा  तुझे।

मैं लड़ूँगा  यहाँ  अर्जुन की तरह,
जीत  का  एहतराम दूँगा तुझे।

देखकर दिल ख़ुशी से झूम उठे,
कोई  ऐसा  ईनाम   दूँगा  तुझे ।

जब मिलेगा कहीं सफ़र में मुझे,
पास  रुककर सलाम दूँगा तुझे ।

और पहले कभी मिला न सुना,
एक   ऐसा  पयाम  दूँगा  तुझे।
3
आसमाँ को झुकाना चाहते हैं।
इल्म अपना जताना चाहते हैं।

धूप ,पानी, हवा से दूर जाकर,
चाँद  पर घर बनाना चाहते हैं।

इस जहाँ से अलग और अपनी,
एक दुनियाँ  बसाना चाहते हैं।

हो  इरादे  सभी  पूरे  उन्हीं के,
बात अपनी  मनाना चाहते  हैं।

ओढ़कर भाव नकली, चेहरे पर,
रौब  अपना  जमाना  चाहते हैं।
4
सवालों  के  जवाब  चाहिए थे।
कहाँ  हमको हिसाब चाहिए थे।

रही थी साथ जब ख़ुशियाँ हमारी,
कहाँ फिर वो ख़िताब चाहिए थे।

चरागों  से  हुआ  मकान रोशन,
हमें  कब  माहताब  चाहिए थे।

रिवायत रात की बता-जताकर,
कहाँ नींदों  को ख़ाब चाहिए थे।

सजाया था हसीं चेहरा अग़र तो,
हमें  थोड़ी   नक़ाब  चाहिए  थे।
5
वक़्त मिला है जितना कम।
उतनी  फुर्सत  रक्खे  हम।

हारे  भी  डरकर  ख़ुद  से,
जीते  भी हम ख़ुद के दम।

आवाजें   इन  साँसों   की,
जैसे  पायल की छम छम।

जैसी   मन  की  मस्ती  है,
वैसा  है  तन  का आलम।

ख़ुशियाँ देखी  जब सबकी,
भूल गए  हम  अपना ग़म।

छलकी  उतनी   ही आँखें ,
जितनी  है  भीतर से नम।

दीपक   की   लाचारी   है,
अपने  ही  नीचे  का  तम।
6
बाहर  है हामी-मानी।
अंदर से आना-कानी।

पहचानी है आँखें  पर,
नज़रें लगती  अंजानी।

जीत ज़ुबानी बातों की,
जतलाती   है  हैरानी ।

भटकायेगी  थोड़ा  तो,
राह चले जब  बेगानी।

भूल  बड़ी बन जाती है,
इक छोटी  सी नादानी।

जिनका है आना अक़्सर,
उनकी  कैसी अगवानी।

कहकर सारी दिखलादी,
जो थी उनको समझानी।
--नवीन माथुर पंचोली-
      अमझेरा जिला धार मप्र
            पिन 454441
          मो ,98993119724i

मंगलवार, 4 नवंबर 2025

ट्रैफिक एडवायजरी आम जनता के आवागमन हेतु*


राजनांदगांव। दिनांक 05.11.2025 को भारत के महामहिम उप राष्ट्रपति, महामहिम राज्यपाल छत्तीसगढ़, माननीय मुख्यमंत्री एवं माननीय विधानसभा अध्यक्ष छ0ग0 शासन का जिला राजनांदगांव प्रवास के दौरान उदयाचल एवं स्टेट स्कूल  हॉस्पिटल में कार्यक्रम प्रस्तावित है। कार्यक्रम में अत्यधिक संख्या में लोगों के सम्मिलित होने की सम्भावना है। कार्यक्रम के दौरान शहर के भीतर भारी वाहनों एवं मध्यम वाहनों का प्रवेश पूर्णः प्रतिबंधित रहेगा। आम जनता को यातायात के संबंध में किसी प्रकार की असुविधा न हो इसे दृष्टिगत रखते हुए सुगम यातायात संचालन हेतु यातायात पुलिस राजनांदगांव द्वारा ट्रैफिक एडवायजरी (दिनांक 05.11.2025 के प्रातः 07.00 बजे से शाम 07.00 बजे तक के लिए) जारी किया गया है। जो निम्नानुसार है-

बालोद की ओर से आने वाले भारी वाहनों को हल्दी तिराहा से, खैरागढ़ की अेर से आने वाले भारी वाहनों को गठुला से एवं राष्ट्रीय राजमार्ग-53 से होकर गुजरने वाले भारी वाहनों को ट्रांसपोर्ट नगर एवं सीआईटी बायपास से डायवर्सन कर भारी वाहनों का प्रवेश पूर्णतः प्रतिबंधित रहेगा।

सभी पासधारी व्हीआईपी एवं मीडिया का प्रवेश गेट नं. 02 खैरागढ़ रोड स्टेट स्कूल से होगा एवं वाहनों का पार्किंग म्यूनिसिपल स्कूल पार्किंग नंबर 01, नगर निगम पार्किंग नं. 02, दिग्विजय क्लब पार्किंग नं. 03 एवं महारानी स्कूल पार्किंग नं. 04 में होगा।

कार्यक्रम में सम्मिलित होने वाले सभी आम जनता एवं लखपति दीदी के वाहनों का प्रवेश अम्बेडकर चौक से प्यारेलाल चौक होते हुए सिविल लाईन स्थित जाली खाता पार्किंग नं. 06, बीएनसी मिल मैदान पार्किंग नं. 07, 08 मंदिर के सामने पार्किंग नं. 09, एनपीपीएस स्कूल के सामने पार्किंग नं. 10 बस हेतु, एबीस पार्किंग नं. 11, पार्किंग नं. 12, तहसील कार्यालय पार्किंग नं. 13 मेंं सभी वाहनों का पार्किंग होगा।  

खैरागढ़ की ओर से आने वाले वाहन देशमुख होटल चिखली से डायवर्सन होकर पुराना ढाबा रोड, नया ढाबा से मोतीपुर अंडरब्रिज, अम्बेडकर चौक, प्यारेलाल चौक होते हुए निर्धारित पार्किंग स्थल क्रमांक 06, 07, 08, 09, 10, 11, 12 एवं 13 में वाहनों की पार्किग कर कार्यक्रम में शामिल हो सकते है।

डोंगरगांव की ओर से आने वाले वाहन अम्बेडकर चौक, प्यारेलाल चौक, सिविल लाईन होते हुए निर्धारित पार्किंग स्थल क्र. 06, 07, 08, 09, 10, 11, 12 एवं 13 में वाहनों की पार्किंग कर कार्यक्रम में शामिल हो सकते ।सोमनी की ओर से आने वाले वाहन रामदरबार से फ्लाईअेव्हर हेते हुए आर.के.नगर चौक, अम्बेडकर चौक, प्यारेलाल चौक, सिविल लाईन होते हुए निर्धारित पार्किंग स्थल क्रं. 06, 07, 08, 09, 10, 11, 12 एवं 13 में वाहनों की पार्किंग कर कार्यक्रम में शामिल हो सकते है।

शहर में दोपहर 12.00 बजे से शाम 04.30 बजे के मध्य उदयाचल हॉस्पिटल, गंज चौक, अग्रवाल ट्रांसपोर्ट, महावीर चौक स्टेट स्कूल, गुरूनानक चौक मार्ग में व्हीव्हीआईपी मूव्हमेंट रहेगा। अतः आम जनता से अपील है कि असुविधा से बचने के लिए इस मार्ग का कम से कम उपयोग करें।

केशधारी सिख हिन्दू समाज के अभिन्न अंग

श्रीपाल शर्मा
प्रथम स्वतंत्रता संग्राम से ही अंग्रेज़ों को अहसास हो गया था कि भविष्य में अंग्रेजी शासन को किसी से खतरा हो सकता है तो वह है हिन्दू समाज. उनका यह भी सोचना था कि मुसलमानों से हमें कोई खतरा नहीं होगा. मुसलमान हिंदुस्तान में रहते हुए भी मक्का और मदीना को अपनी पुण्य भूमि मानते हैं, उनका विचार था कि मुस्लिम्स शासन काल में लाखो  हिन्दू मुसलमान बनाये गये, मजहब बदलने के बाद इनका राष्ट्र, परम्परा, रहन सहन, खानपान महापुरुष पैगम्बर आदि सब बदल गये, परन्तु हिन्दु का सम्बन्ध इस देश के साथ सुख आराम  के अतिरिक्त भी है, उनके लिए यह देश पुण्य-भूमि, मात्री भूमि भी है. हिन्दुओं के लिए देवी-देवता, धर्मग्रन्थ और इतिहास सबके सब इसी देश से सम्बंधित है. अपने देश के  लिये हिन्दु हर् प्रकर् कि   त्याग तपस्या करने के लिए हमसे तैयार रहेंगे  यदि  हमें इस देश में राज्य करना हो तो हिन्दुओं को आपस में लड़ाने के लिए फूट डालो  शासन करो की नीति अपनानी होगी, इसलिए हिन्दुओ को कमजोर करने के लिये जाति, बिरादरी व पंथ के आधार पर तोदड़‌फोड़ करने की नीति अपनाई सबसे पहले अंग्रेज़ों ने केशधारी सिखों
शेष हिन्दुओं से अलग करने के लिए केशधारी सिखों की जनगणना में गणना अलग की बाद में मुसलमानों की तरह उनके लिए मत सूची तथा नौकरी तथा विधान सभा में आरक्षण की व्यवस्था करके उन्हें राजनीतिक दृष्टि से हिन्दू समाज से अलग कर दिया.
आपरेशन ब्लूस्टार  जो 1984 में हुआ था के बाद सिखों में स्व इंद्रा गांधी के विरुद्ध आक्रोश पैदा हो गया अकालतख्त् को अपवित्र करने का आरोप भी इन्दिरागांधी पर लगा, जिसका दुष्परिणाम यह हुआ कि इंद्र गांधी के एक अंग रक्षक जो कि सीख था उनकी हत्या कर दी. हत्या के बाद जगह-जगह दान्गे होने लगो कई निर्दोष सिख मारे गये. खालिस्तानी आन्‌दोलन के अलगाववादी नेताओं को मौका मिल गया और वे सिखो को  को भड़काने लगे, इस तरह सिख् हिन्दुओं से अलग होते गये.
आजादी के बाद अकाली नेताओं के दिमाग़ में यह प्रश्न बार उठता रहा कि मुसुलमानो को पाकिस्तान मिल गया, हिन्दुओं को हिन्दुस्तान सिखो की कुछ नहीं मिला इस तरह केशधारि सिख और हिन्दु‌ओं के बीच अलगाववाद का बीजारोपण हो गयाज बाद में यही अलगाववाद बहुत बड़ी समस्या बन गई जिसका पुष्परिणाम यह हुआ कि कई जगह हिन्दू और सिखो में दंगे होते गये पृथक खालिस्तान  की मांग आन्दोलन का रूप ग्रहण कर लिया भिण्डरवाला अकाली अलगाववाद की देन है.
एक जानकारी के अनुसार अकाली सिखो के सर्व प्रथम नेता मास्टर तारासिह व कुछ अकाली नेता देश की आजादी के कुछ माह बाद गृहमंत्री सरदार पतेल में मिल्ने आये और उन्होने सीखो के लिए अलग प्रदेश की मांग की. सरदार पटेल ने उन्हें तुरंत  उत्तर दिया कि सीखी को पंजाब का एक भाग वे दे सकते हैं" पर शर्त यह है कि हिन्दुस्तान के सभी सीखो को
उसी भाग में जाना होगा, और उन्हें देश के राजकाज और सेवा मे  , जन संख्या  के अनुपात से बहुत अधिक हिस्सा मिला हुआ है उसे समाप्त करना  होगा, यह सुनते ही अकाली नेता और मास्टर तरासिंह  की बोलती बंद हो गई पर  वे मन ही मन चाहते रहे कि पूर्वी पंजाब में सीखी  का प्रमुख स्थान हो
मुगल्-काल् में मुस्लिम् शासकों के अत्याचार बढ़ते  ही जा रहे थे, गुरु गोविंद सिंह ने खालसा पंथ बनाया यह एक प्रकार की सैन्य दल था, शुरु गोबिंद सिंह के हिन्दु माताओ  से आग्रह किया कि सभी माताएं अपना एक एक पुत्र इस सैन्या दल के लिए दे. इस तरह हिन्दुओ की औलादें खालसा पंथ  में आये, केशधाअरि  हिन्दू समाज के अभिन्न अंग हैं. गुरु गोबिंद सिंह ने पंथ मे आये युवकों को पंच कक्क धारण कराया जिसके अन्तर्गत उन्हें केष, कंघा, कृपाण, कड़ा व कच्छा धारण करना अनिवार्य होता  था. यह आदेश उन्हीं शिष्यों  (सीखो) के लिए आवश्यक होता था जो खालसा पंथ या सैन्य दल  शामिल हो. सिख शब्द हिन्दी के शिष्य. शब्द का अपभ्रन्स है
 सभी सिख हिन्दू है।
सभी सिख गुरु हिन्दू होने का गर्व करते थे और कई बार उन्होंने हिन्दू समाज व हिन्दूधर्म की रक्षा के लिए अपना बलिदान  दिया।
गुरु गोविंदसिंह अक्सर कहा करते थे।
सकल जगत में खालसा पंथगाजे जगे हिन्दु धर्म शकल् भंड भाजे  
 खालसा पंथ में शामिल सभी केशधारि या कृपाणधारि सिख का हिन्दू धर्म अथवा सनातन धर्म से अटूट रिश्ता है?
अकाली अलगाववाद अंग्रेजों की फूट डालो शासन करो कि नीति की देन है।

मोहारा नदी में आवश्यक व्यवस्था करने महापौर ने दिये निर्देश मिट्टी का दीया जलाने व प्लास्टिक, डिस्पोजल के दीये नही जलाने नागरिकों से की अपील

 राजनांदगांव। महापौर मधुसूदन यादव ने कार्तिक पूर्णिमा के अवसर पर मोहारा स्थित शिवनाथ नदी मेें प्रातः स्नान के लिये आवश्यक व्यवस्था करने निगम के अधिकारियों को निर्देशित किये। साथ ही उन्होंने नागरिकों से अपील करते हुये कहा कि मिट्टी का दीया जलायें, प्रतिबंधित प्लास्टिक व डिस्पोजल के दीये न जलाएं।

महापौर यादव ने कहा कि कार्तिक पूर्णिमा के अवसर पर मोहारा स्थित शिवनाथ नदी के पास मेला का आयोजन किया जाता है। साथ ही इसी दिन प्रातः लोगों द्वारा पूजा अर्चना कर दीप दान किया जाता है। उन्होंने मोहारा नदी के आस पास साफ सफाई कर विद्युत व्यवस्था तथा अन्य आवश्यक व्यवस्था करने अधिकारियों को निर्देशित किया ताकि पूजा अर्चना में किसी भी प्रकार की परेशानी न हो।
महापौर यादव ने कहा कि कार्तिक पूर्णिमा के अवसर पर प्रातःकालीन नदी के पास पूजा अर्चना कर दीप दान किया जाता है। उन्होंने नागरिकोें से अपील करते हुये कहा कि नदी में सुरक्षित रहकर स्नान करें, मिट्टी का दीया जलाएं तथा प्रतिबंधित प्लास्टिक व डिस्पोजल के दिये न जलाएं। प्लास्टिक व डिस्पोजल दीये से गंदगी फैलती है तथा पर्यावरण के लिये भी नुकसानदायक है। महापौर ने दिनांक 4, 5 व 6 नवम्बर को तीन दिवसीय आयोजित मेले का आनंद लेने की अपील की है।

छत्तीसगढ़ कांग्रेस में बड़ा बदलाव: जिलाध्यक्षों की लिस्ट फाइनल, कई नए चेहरों को मौका!

छत्तीसगढ़ कांग्रेस में लंबे इंतजार के बाद आखिरकार जिलाध्यक्षों की नई लिस्ट फाइनल हो गई है। संगठन सृजन कार्यक्रम के तहत जारी इस प्रक्रिया में अब अंतिम चरण पूरा हो चुका है। सूत्रों के मुताबिक, कांग्रेस हाईकमान ने कई जिलों में नए चेहरे सामने लाने का फैसला किया है, जिससे पुराने दावेदारों में हलचल बढ़ गई है।

जानकारी के अनुसार, दिल्ली में राहुल गांधी की अध्यक्षता में हुई महत्वपूर्ण बैठक में जिलाध्यक्षों के नामों पर मुहर लगाई गई। बैठक में महासचिव केसी वेणुगोपाल, प्रदेश प्रभारी सचिन पायलट, पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल, टीएस सिंहदेव, नेता प्रतिपक्ष डॉ. चरणदास महंत और प्रदेश अध्यक्ष दीपक बैज समेत कई वरिष्ठ नेता मौजूद थे। बताया जा रहा है कि इस बार पार्टी ने युवाओं को प्राथमिकता देने का निर्णय लिया है।

संगठन सूत्रों के मुताबिक, जिलाध्यक्षों के चयन में सर्वे रिपोर्ट को अहम आधार बनाया गया है। दिल्ली से आई स्पेशल टीम ने पर्यवेक्षकों के साथ मिलकर जिलों में रिपोर्ट तैयार की थी। इसी रिपोर्ट के आधार पर कई नए नामों को सूची में शामिल किया गया है। अब चयनित जिलाध्यक्षों की दिल्ली में ट्रेनिंग होगी और वे राहुल गांधी से मुलाकात करेंगे।

रविवार, 2 नवंबर 2025

जनता पी रही गंदा पानी - पिल्ले


*अनुबंध खत्म कर अमृत मिशन पर कराएं एफ आई आर दर्ज*


राजनांदगांव  /  अमृत मिशन के माध्यम से घर- घर शुद्ध जल का सपना दिखाने वाले भाजपा राज्योंत्सव मनाने में इस कदर मगन है कि उन्हें बदबूदार दूषित पानी पी रही शहर की जनता की ओर तनिक भी ध्यान नहीं जा रहा। उक्ताशय के उद्गार व्यक्त करते हुए नगर निगम नेता प्रति पक्ष संतोष पिल्ले ने कहा कि जब से भाजपा निगम की सत्ता पर बैठी है। जनता शुद्ध पानी के लिए तरस गई है। गर्मी में बूंद-बूंद पानी के लिए तरस गई नगर की जनता को वर्तमान में भी गंदा पानी पिलाया जा रहा है जिसके चलते उनमें कई प्रकार के रोग उभर रहे हैं। 

श्री पिल्ले ने कहा कि निगम व भाजपाइयों की लापरवाही के चलते मोहारा फिल्टर प्लांट में हमेशा से फिटकरी का रोना बना रहता है। अमृत मिशन व प्लांट कर्मियों को चार- पांच महिने से तनख्वाह नहीं होने से कर्मचारी प्लांट बंद कर देते हैं इसका खमियाजा शहर की जनता को भुगतना पड़ता है। उन्होंने कहा कि अभी भी शहर में पानी को लेकर यही स्थिति बनी हुई गई है। अमृत मिशन की लापरवाही के चलते लोगों को गंदा पानी पीना पड़ रहा है इससे लोगों में चर्म रोग उभर रहे हैं। खुजली, पेट में दर्द ऐठन, पीलिया रोग, वायरल संक्रमण जैसी शिकायत सामने आ रही है। श्री पिल्ले ने भाजपाइयों को कहा है कि राज्योसव‌ जैसे खर्चीले आयोजन से ध्यान हटा कर शहर की जनता को शुद्ध पानी देने की व्यवस्था करें वहीं भाजपाइयों की लापरवाही से उदंड हो चुके अमृत मिशन वाले  जो शहर की जनता को शुद्ध पेयजल देने में पूरी तरह असफल हो गए हैं उनसे हुई करोड़ो का अनुबंध रद्द कर उससे जनता की गाढ़ी कमाई वाली धन राशि वसूल की जाए। इसके  अलावा श्री पिल्ले ने निगम से अनुबंध  तोड़ कर जनता को गंदा पानी पिलाने के लिए अमृत मिशन वालों के खिलाफ थाने में एफआईआर दर्ज कराए जाने की भी मांग की है।

शुक्रवार, 31 अक्टूबर 2025

छत्तीसगढ़: बिजली उपभोक्ताओं को जल्द मिल सकती है राहत, मुख्यमंत्री साय ने दिए ये संकेत…

 रायपुर: मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने राज्य के लाखों बिजली उपभोक्ताओं को बड़ी राहत का संकेत दिया है. उन्होंने कहा, सरकार बढ़े हुए बिजली बिलों को लेकर जनता की चिंता से भलीभांति अवगत है और इस विषय पर गंभीरता से विचार किया जा रहा है. संभव है कि जल्द ही उपभोक्ताओं को बिजली बिल में बड़ी राहत मिल सकती है. मुख्यमंत्री ने गुरुवार को नवा रायपुर स्थित मुख्यमंत्री निवास में पत्रकारों के साथ दीपावली मिलन समारोह आयोजित किया था.
मुख्‍यमंत्री विष्‍णुदेव साय ने कहा कि सरकार बढ़े हुए बिजली बिलों को लेकर जनता की चिंता को समझ रही है. इस विषय पर गंभीरता से गौर किया जा रहा है. उन्‍होंने कहा कि संभव है कि जल्‍द बिजली उपभोक्‍ताओं को बड़ी राहत मिल सकती है. मुख्‍यमंत्री साय ने यह बातें पत्रकारों के साथ दीपावली मिलन के दौरान कही.

नवा रायपुर स्थित मुख्‍यमंत्री निवास पर पत्रकारों के लिए विशेष रुप से आयोजित इस कार्यक्रम में चर्चा के दौरान बिजली बिल पर भी बात हुई. इस दौरान पत्रकारों ने मुख्यमंत्री का ध्यान इस ओर दिलाया कि बिजली बिल हाफ योजना में हाल ही में किए गए संशोधन के बाद उपभोक्ताओं पर अतिरिक्त आर्थिक बोझ बढ़ गया है और कई परिवारों को दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है.

सरकार कर रही है बदलाव

मुख्‍यमंत्री के इस बयान के बाद ऊर्जा विभाग के अफसरों को टटोला गया तो उन्‍होंने कहा कि बिजली बिल हाफ योजना में संशोधन किया जा सकता है. हाफ योजना में छूट का दायरा 100 से बढ़ाकर 200 तक किया जा सकता है. इस पर सरकार गंभीरता से विचार कर रही है.

400 यूनिट तक मिल रहा था लाभ

बता दें कि राज्‍य में बिजली बिल हाफ योजना की शुरुआत कांग्रेस सरकार ने की थी. कांग्रेस सरकार ने 400 यूनिट तक हाफ किया था. विष्‍णुदेव साय सरकार ने दो महीने पहले इसमें बदलाव कर दिया और हाफ योजना के लिए छूट की सीमा 400 से घटाकर 100 यूनिट कर दिया.

राज्योत्सव 2025 का आयोजन 2, 3 एवं 4 नवम्बर 2025 को म्यूनिसिपल स्कूल मैदान में


राजनांदगांव 31 अक्टूबर 2025। राज्योत्सव 2025 का आयोजन 2, 3 एवं 4 नवम्बर 2025 को सर्वेश्वरदास नगर पालिक निगम उच्चतर माध्यमिक विद्यालय (म्यूनिसिपल स्कूल मैदान) राजनांदगांव में किया गया है। निर्धारित कार्यक्रम अुनसार 2 नवम्बर 2025 को मुख्य कार्यक्रम का शुभारंभ शाम 6 बजे किया जाएगा। कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में अध्यक्ष छत्तीसगढ़ विधानसभा डॉ. रमन सिंह उपस्थित रहेंगे। कार्यक्रम की अध्यक्षता सांसद संसदीय क्षेत्र राजनांदगांव श्री संतोष पाण्डेय करेंगे। विशिष्ट अतिथि के रूप में विधायक डोंगरगांव श्री दलेश्वर साहू, विधायक खुज्जी श्री भोलाराम साहू, विधायक डोंगरगढ़ श्रीमती हर्षिता स्वामी बघेल, महापौर नगर पालिक निगम राजनांदगांव श्री मधुसूदन यादव, अध्यक्ष छत्तीसगढ़ पर्यटन मंडल श्री नीलू शर्मा, अध्यक्ष छत्तीसगढ़ श्रम कल्याण मंडल श्री योगेश दत्त मिश्रा, अध्यक्ष जिला पंचायत श्रीमती किरण वैष्णव, उपाध्यक्ष जिला पंचायत श्रीमती किरण साहू, अध्यक्ष जनपद पंचायत राजनांदगांव श्रीमती प्रतिमा चन्द्राकर, समाजसेवी श्री कोमल सिंह राजपूत एवं अन्य जनप्रतिनिधि उपस्थित रहेंगे।
राज्य स्थापना दिवस के 25 वर्ष पूर्ण होने के अवसर पर छत्तीसगढ़ रजत महोत्सव के रूप में मनाया जा रहा है। राज्योत्सव 2025 के अवसर पर प्रथम दिवस 2 नवम्बर 2025 को पूर्वान्ह 11 बजे से विभिन्न विकास विभाग की विभागीय महत्वपूर्ण योजनाओं एवं सफल योजनाओं की प्रदर्शनी का आयोजन किया जाएगा। विभागीय स्टॉलों के माध्यम से शासन की विभिन्न जनकल्याणकारी योजनाओं एवं कार्यक्रमों की जानकारी दी जाएगी। इसी दिन शाम 6 बजे से शाम 6.15 बजे तक मुख्य अतिथि का आगमन होगा एवं उनके द्वारा विभागीय विकास प्रदर्शनी का अवलोकन किया जाएगा। शाम 6.15 बजे से शाम 6.30 बजे तक मुख्य अतिथि का मंच पर आगमन एवं दीप प्रज्वलन किया जाएगा। शाम 6.30 बजे से शाम 7 बजे तक अतिथियों का स्वागत एवं उद्बोधन होगा। शाम 7 बजे से शाम 7.30 बजे तक विभिन्न विभागों के हितग्राहियों को सामग्री का वितरण किया जाएगा। सांस्कृतिक कार्यक्रम अंतर्गत शाम 7.30 बजे से रात्रि 10 बजे तक लोक गायिका आरू साहू द्वारा रंगारंग प्रस्तुति दी जाएगी।
राज्योत्सव 2025 के अवसर पर 3 एवं 4 नवम्बर 2025 को पूर्वान्ह 11 बजे से विभिन्न विकास विभाग की विभागीय महत्वपूर्ण योजनाओं एवं सफल योजनाओं की प्रदर्शनी का आयोजन किया जाएगा तथा शाम 4 बजे से सांस्कृतिक कार्यक्रमों की प्रस्तुति दी जाएगी। जिला प्रशासन द्वारा नागरिकों से अधिक से अधिक संख्या में कार्यक्रम में शामिल होने की अपील की गई है।

राष्ट्रीय एकता दिवस पर मंत्रालय में अधिकारी-कर्मचारियों ने शपथ ली

 मुख्य सचिव श्री विकाशील ने दिलाई राष्ट्रीय एकता की शपथ
रायपुर,
राष्ट्रीय एकता दिवस के अवसर पर आज मंत्रालय महानदी भवन में शपथ समारोह का आयोजन किया गया। इस अवसर पर मुख्य सचिव श्री विकाशील ने अधिकारियों एवं कर्मचारियों को राष्ट्रीय एकता की शपथ दिलाई।

मंत्रालय में अधिकारी-कर्मचारियों ने शपथ ली कि ’’राष्ट्र की एकता, अखंण्डता और सुरक्षा को बनाए रखने के लिए स्वयं को समर्पित करूंगा और अपने देशवासियों के बीच यह संदेश फैलाने का भी भरसक प्रयत्न करूंगा। मैं यह शपथ अपने देश की एकता की भावना से ले रहा हूं। जिसे सरदार वल्लभभाई पटेल की दूरदर्शिता एवं कार्यों द्वारा संभव बनाया जा सका। मैं अपने देश की आंतरिक सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए अपना योगदान करने की भी सत्यनिष्ठा से संकल्प करता हूं’’।
शपथ ग्रहण समारोह में मंत्रालय के विभिन्न विभागों के सचिव, वरिष्ठ अधिकारी तथा कर्मचारी उपस्थित रहे।

कोठीगांव जलाशय के कार्यों के लिए 5.11 करोड़ रूपए स्वीकृत

 

स्वीकृत

रायपुर,

छत्तीसगढ़ शासन, जल संसाधन विभाग द्वारा गरियाबंद जिले के विकासखण्ड-छुरा की कोठीगांव जलाशय के शीर्ष कार्यों के जीर्णोद्धार एवं मुख्य नहर तथा शाखा नहरों के जीर्णोद्धार एवं लाईनिंग कार्य हेतु 5 करोड़ 11 लाख 15 हजार रूप

ए स्वीकृत किए गए है। योजना के प्रस्तावित कार्यों के पूर्ण होने के उपरांत योजना की रूपांकित सिंचाई 405 हेक्टेयर के विरूद्ध 261 हेक्टेयर की हो रही कमी की पूर्ति सहित पूर्ण रूपांकित क्षेत्र में सिंचाई की सुविधा उपलब्ध होगी। जल संसाधन विभाग मंत्रालय महानदी भवन से योजना के कार्यों को कराने के लिए मुख्य अभियंता, महानदी गोदावरी कछार, जल संसाधन विभाग रायपुर को प्रशासकीय स्वीकृति जारी की गई है।

सोमवार, 27 अक्टूबर 2025

 *अंकिता शर्मा ने संभाला राजनांदगांव एसपी का पदभार, कहा – जनता की सुरक्षा सर्वोच्च प्राथमिकता* 


राजनांदगांव। जिले की नई पुलिस अधीक्षक अंकिता शर्मा ने आज औपचारिक रूप से पुलिस अधीक्षक का पदभार ग्रहण किया। कार्यभार ग्रहण करने के बाद उन्होंने पुलिस विभाग के अधिकारियों और कर्मचारियों से परिचय प्राप्त किया तथा जिले में कानून और व्यवस्था को सुदृढ़ बनाए रखने के लिए सभी को जिम्मेदारी और संवेदनशीलता के साथ कार्य करने के निर्देश दिए।

एसपी अंकिता शर्मा ने कहा कि— “जनता की सुरक्षा और कानून व्यवस्था बनाए रखना मेरी सर्वोच्च प्राथमिकता रहेगी। महिलाओं, बच्चों और वरिष्ठ नागरिकों की सुरक्षा के लिए ठोस कदम उठाए जाएंगे।”

उन्होंने यह भी कहा कि पुलिस और जनता के बीच विश्वास का रिश्ता मजबूत करना उनकी प्राथमिकता में शामिल है। अपराध पर प्रभावी नियंत्रण के साथ ही पीड़ितों को त्वरित न्याय दिलाने के लिए हर संभव प्रयास किए जाएंगे।

अंकिता शर्मा के कार्यभार ग्रहण करने के साथ ही जिले में एक नई कार्यशैली और अनुशासन की उम्मीद की जा रही है। स्थानीय नागरिकों ने भी नई एसपी से जिले में महिला सुरक्षा और साइबर अपराधों पर कड़ी कार्रवाई की अपेक्षा जताई है।

शनिवार, 20 सितंबर 2025

कांग्रेस पार्टी अपने ही फजीहत करा रही है -श्रीवास

 कांग्रेस पार्टी अपने ही फजीहत करा रही है -श्रीवास
राजनांदगांव- जिला भाजपा प्रवक्ता पिछड़ा वर्ग मोर्चा राजनांदगांव चंद्रेश श्रीवास ने कहा कि कांग्रेस पार्टी अपने आप को सबसे पुराना राजनीति पार्टी मानती है और देश में पचास साल राज कर चुकी हैं लेकिन  कांग्रेस पार्टी के नेता कार्यकर्ता द्वारा एक ही परिवार ,गांधी परिवार को सत्ता के राज सिंहासन पर बैठे देखने के चलते गांधी परिवार कुछ भी बोले कुछ भी करे कुछ भी प्रचार प्रसार करें सब कुछ आंख मूंद कर जिन्दा बाद मुर्दा बाद के नारे लगाते रहती हैं  जिससे प्रदेश ही नहीं अपितु देश विदेश के बीच आम जनता में भी कांग्रेस पार्टी अपना फजीहत स्वयं करा रही हैं 
पिछड़ा वर्ग मोर्चा प्रवक्ता श्री श्रीवास ने आगे कहा है कि भारतीय लोकतंत्र में देश के विकास में योगदान सत्ता पक्ष और विपक्ष की भूमिका अति महत्वपूर्ण है लेकिन विपक्ष है कहकर   सभी विषयों, कार्यों,विचारो का  विरोध नहीं करना चाहिए यदि विरोध करना है तो पुरे सबूतों तथ्यो को सामने रखकर कार्य का विरोध किया जाना चाहिए जबकि कांग्रेस नेतृत्व द्वारा आज भी राहुल गांधी सोनिया गांधी गांधी परिवार को अपने पार्टी से उपर भगवान  अल्लाह ईशु मसीह मानकर कार्य कर रहे हैं जिससे कांग्रेस पार्टी देशहित में विपक्ष न हो कर  राष्ट्र विकास विरोधी पार्टी बन गई है 
श्री श्रीवास ने आगे कहा कि क्या कांग्रेस पार्टी देश में एक तरफा पचास साल राज किये है वह वोट चोरी कर राज किया है जो आये दिनों देश के विकास विस्तार की विषय छोड़ कैसे देश में अशांति हो आंताकी उपद्रवी व्यक्ति या संगठन हावी होकर देश में आपदा आफत लाकर आम जनता के ध्यान को भटकाने का कार्य करे  ताकि देश के जनता के बीच तोड़ मरोड़कर बातें करके देश की सत्ता में वापसी कर सके
श्री श्रीवास ने आगे कहा है कि एक समय ऐसा था कि कांग्रेस नेतृत्व वाली सरकार में भारतीय प्रधानमंत्री को अनेकों बार विदेशी ताकतों के समक्ष सर झुकाना पड़ता था लेकिन जब जब भाजपा नेतृत्व वाली सरकार रही है तब तब हमारे भारत माता भारत देश एक सशक्त समृद्ध सामर्थ वान धार्मिक समाजिक समरसता सूरक्षित विकास शील भारत के रूप में विश्व प्रसिद्ध हुआ है  वर्तमान समय में 2014से लगातार आदरणीय श्रद्धेय श्री नरेन्द्र मोदी जी के नेतृत्व में भारत एक ऐसा देश साबित हो रहा है कि देश के किसी भी व्यक्ति या समाज धर्म के प्रति दुजाभाव नहीं रखा जा रहा है मोदी जी के राज में सबका साथ सबका विकास सबका विश्वास भाव जागृत कर देश विकास में योगदान दिया जा रहा है

सोमवार, 1 सितंबर 2025

कॉफ़ी कैफ़े

नीलमणि
 
     लगभग बीस साल बाद तीन पुरानी सहेलियाँ— नीलू, रेखा और कविता कॉफ़ी कैफ़े में मिलीं। कॉलेज के दिनों की मस्ती याद करते-करते बात अचानक पतियों पर आ गई। नीलू हँसते हुए बोली, “मैंने अपने पति को शादी से पहले आठ साल तक जाना, सोचा अब सब समझ लिया। लेकिन शादी के बाद पता चला कि मैं तो उन्हें सिर्फ़ 8% ही जानती थी। नए-नए  रंग रोज़ सामने आते रहे।”
     रेखा ने भी ठंडी साँस भरते हुए कहा, “अरे! मेरे तो सिर्फ़ दो साल की जान-पहचान थी। तब  लगा बहुत कुछ जान लिया है, लेकिन शादी के बाद समझ आया, असल में मैं उन्हें मुश्किल से 2% ही समझ पाई थी।”
      दोनों हँसते-हँसते कविता की ओर देखने लगीं। कविता शांति से कॉफ़ी का घूँट भरते हुए बोली, “तुम दोनों भाग्यशाली हो, कम-से-कम प्रेम का स्वाद तो चखा। मैंने तो अब तक वो स्वाद भी नहीं चखा। हाँ, पति की रोज़-रोज़ एक जैसी आदतों का ‘धैर्य-रस’ ज़रूर पी रही हूँ। बाइस साल से एक ही स्वाद— बिना शक्कर की कॉफ़ी जैसा।”
     तीनों ज़ोर से हँस पड़ीं। नीलू ने मज़ाक में कहा, “लगता है हमारी ज़िंदगी की कॉफ़ी में सबसे अलग स्वाद कविता के पास ही है।”

परिचय –   नीलमणि
निवासी - मवाना रोड, मेरठ (उत्तर प्रदेश)
मोबाइल नंबर -9412708345

बुधवार, 20 अगस्त 2025

लुकलुकी " फोटू छपवाय के ......

रोशन साहू 'मोखला'                        

     रोटी,कपड़ा अउ मकान हा मनखे के मूल जरूरत आय फेर मनखेपन के सुग्घर मान बर स्वास्थ्य,शिक्षा,सुरक्षा घलो मिंझरे हवय। अउ संगे-संग मनोरंजन घलो। अब के समे मा ये मनोरंजन हा हमर जिनगी मा अइसे समागे हावय जइसे रिश्वतखोर मन के सगुरिया रूपी जेब मा खुरचन पानी अइसे समा जाथे कि कतकोन नदिया नरवा मन उलेन्डा पूरा मारत खुसर जथे कि ई.डी,सी.बी.आई,जइसन जांच एजेंसी मन के हाल हा अर्जुन कस हो जाथे जेन हा लड़ई-भिड़ई नइ करँव काहत अपन हथियार डार देय रिहिस। फेर घूसखोरी के लहरा ले घर परिवार लोग लईका बर आनी-बानी के जिनिस आवत रहिथे। जेकर ले घर वाली के मुस्की मुस्कान अइसे जनाथे जइसे माधुरी दीक्षित प्रियंका चोपड़ा हा लोटा भर पानी मढ़ा के सुवागत करत हें।अईसन सुख ल अध्यात्मवादी मन क्षणिक सुख कहिथें। परम सुख तो वो आय जेकर ले इहलोक अउ परलोक दूनों सुधर जाथे। इहि बात के उदिम मा लगथे फोटो खिंचवई के नवा संस्कार जनम धरे होही। छट्ठी-बरही,बर-बिहाव होय चाहे गोष्ठी संगोष्ठी। कोन्हो भी कार्यक्रम मा फोटू खिंचवाके सोशल मीडिया मा डारे ले अलौकिक सुख जनाथे।
     आस्था,संस्कार,सत्संग अउ आने-आने चैनल मा अवइया बड़े-बड़े मुनि महात्मा मन ला ये विषय ला अपन सत्संग मा जरूर जघा देना चाही ? फेर अइसे लगथे वहू मन इही परम सुख ला भोगत फोटू खिंचवऊ फोटू छपवउ संस्कृति सागर मा उबुक-चुबुक होवत हें। फेर आस लगे रहिथे कि कभू फोटू खिंचवउ के विषय म ग्यान अमरित मिल पातिस त हमर जईसन नान्हे मति मन ला पराज्ञान लब्ध होय ले चौरासी लाख योनि के चक्कर ले मुक्ति थोरिक सरल हो पातिस।काबर येकर वोकर रेख ला छोट करे के उदिम मा हरि भजन तो अइसे नंदागे हे जइसे " राजनीति मा परमारथ भाव अउ जन सेवा। कतको परयास करव "ढूंढते रह जाओगे।"
गोसाई तुलसीदास जी लिखिन-
बारि मथें घृत होइ बरु, सिकता ते बरु तेल।
बिनु हरि भजन न भव तरिअ यह सिद्धांत अपेल॥
फेर फोटू खिंचाऊ सोशल मीडिया डारू मनखे मन के एकेच सिद्धांत हावय-
सबो के बीच आय बर, जहू- तहू ल ढकेल।
फोटू देखत मगन हिय,फेसबुक ट्विटर मेल।।
     सामूहिक फोटू खिंचवाय के बेरा अपन ले जादा गुनी अनुभवी मनखे ला धकियावत तिरियावत बीचों-बीच जघा बनाय बर पुरखन ले मिले संस्कार,यम,नियम,संयम ला छर्री-दर्री कर पाना सबो मनखे के वश मा कहाँ हे? ये उदिम ला जियत मनखे कभू नइ कर सकय। खुद कतको फोसवा रहँय फेर खुद ला सबले बड़े 'माननीय' मनई बड़ जबर 'विल पावर' इच्छाशक्ति के पहिचान आय। खुद कतेक पानी मा हावन,खुद जतेक जानबो कोई दूसर मनखे नइ जान सकँय,भीतरौंधी बइठे आत्मा सदा जनवात रहिथे रे बाबू! काबर मटमटावत हस? लाज बीज नइ लागे का रे तोला? बड़े-छोटे के खयाल हवय कि नइहे रे तोला? फेर अईसन भाव पैदा नइ होवन देना,कोन्हो होई गे त ओकर टोंटा ला मसक देना येहा सबो मनखे के वश मा कहाँ होथे? फोटू खिंचवा के अखबार मा छपवाय के लुकलुकी के समानता नवा बहुरिया के शुरुआती प्रयास ले कभू कम नइ हो सकय,जे घेरी-घाँव अपन सास-ससुर के पूछ-परख बर चाय बनाव का मम्मी ? सब्जी अउ लाँव का पापा जी? प्याज निमऊ ठण्डा पानी लागही का पापा जी? समय मा टिफ़िन ले लेबे जी? काहत अपन गोसईया ला काम मा जावत बेरा घेरी-बेरी टाटा बाय-बाय करत रहिथे।''दिल वाले दुल्हनिया ले जायेंगे" फिलिम कस चलत दृश्य ला घर भर के सदस्य मन देख-देख लजावत रहिथें। दाई-ददा मन मने-मन सोंचथे राम जाने! येकर आय ले पहिली हमर बेटा सदा भूख-दुख मरत रिहिस होही का भगवान ? अईसन किसम के मनखे मन हा लोगन के तारीफ पाय बर अतेक पुचपूचावत रहिथे जइसे नारद मुनि हा बेंदरा मुँह धरे विश्व मोहिनी संग बिहाव करे बर आघू-पाछू मटमटावत रिहिन। भविष्य मा कोनो किसम के पुरुस्कार,इनाम,सनमान, चुनाव टिकिट के जुगाड़ बर अपन प्रोफाइल के वजन बढ़ाय बर मनखे पांच रूपिया पाकिट म मिलईया हल्के-फुल्के ले हल्का हो जाथें। राम जाने!
फोटू छपवऊ मनखे मन अउ एक ठन बात ल सोच-सोच के सण्डेवा काड़ी कस दुबरावत सुखावत रहिथंय कि मरे के बाद उँकर मरे के समाचार हा कतेक ट्रेंड करही? ये समस्या के समाधान बर ब्रम्हा जी ला अपन सिरजन के नियम मा अपडेशन जरूर करना चाही। मनखे के मरे के चार-छह घण्टा बाद कम से कम एक घण्टा 'टाइम आउट' के समे मिलना चाही, तेकर ले देख सकँय कि वोकर मरनी के समाचार सोशल मीडिया मा कतेक कोस के यात्रा करिस? उँकर जिनगी के महत्तम के बखान मा कोन काय लिखिन?
     कोन-कोन उन ला श्रद्धाजंलि देइन?दू चार बछर पुण्यतिथि मनाहीं का नइ मनाहीं? उँकर नांव मा चौंक, चौराहा,गली सड़क के नामकरण हो पाही के नहीं? यहू बात के अंदाजा मरघट मा बइठे लोगन के बातचीत ले हो जाही। काबर यहू संसो के कारन अईसन मनखे जियत-जियत मा राहेर काड़ी कस होत रहिथें? ये सब के समाधान इही अतिरिक्त 'टाइम आउट' के बेरा मा हो सकत हावय। मरईया मनखे खुद अपन आँखी ले लोगन के भाव ला देखत अपन आत्मा ला शांत कर सकत हें। मरघट्टी मा जुरियाय सकलाय मनखे मन ला आखरी राम रमुउवा करत अउ अपन जिनगी के बारे में दू शब्द गोठियाय के मौका मिले ले अपन फोटूछपिया आदत के महत्तम माटी देवईया मन ला 'दू टप्पा' मा बतावत, भगवान ले मिले परमानेंट डेथ सर्टिफिकेट देखत, सुख चैन पावत, अपन आँखी ला मूंद सकत हें। वोला मिले 'टाइम आउट' ले एक फायदा जरूर होही कि भटकत आत्मा बर गरुड़ पुरान करवाय साँकर दाहरा,राजिम, प्रयागराज,काशी जवई-अवई के खरचा अऊ समे बाँच जाही।
     फेर जेन मनखे के आत्मा ला जियत-जियत शांति नइ मिल पाय हवय त मरे बाद शांति मिल पाही ?अईसन सोचना दूर के कौड़ी कस जनाथे? जइसे ये बियंग लेख ला छपवाय के लुकलुकी मा मेल करई ...?
रोशन साहू 'मोखला'(राजनांदगांव)
7999840942

नवीन माथुर पंचोली

 


1
लाख  आँसू  हमारे  ढ़लते हैं।
लोग पत्थर कहाँ  पिघलते हैं।

जान  पायेंगे  हम  उन्हें  कैसे,
शक़्ल पे शक़्ल जो बदलते हैं।

शूल महफ़ूज रहते शाखों पर,
फूल  पेरों  तले  कुचलते  हैं।

ये ज़माना है अज़नबी  उनसे,
जो घड़ी भर कहीं निकलते हैं।

बात  हो आपकी असर कैसे,
आप कहते जिसे फिसलते हैं।
2
अगर  मेरी कही  वो मान लेगा।
सभी मर्ज़ी  मेरी  पहचान लेगा।

लगाकर और इक इल्ज़ाम मुझपर,
कहाँ  मुझसे  मेरा  ईमान लेगा।

चुकाएगा  सभी   बदले   पुराने, 
सज़ा देगा  कि  मेरी  जान लेगा।

कभी  रहता नही अपनी रज़ा पर,
कहाँ  तक और का फ़रमान लेगा।

चला  है  कारवाँ  जिस रास्ते  पर,
नज़र  उस ओर अपनी तान लेगा।

ज़रूरत या वज़ह के काम सब वो,
करेगा  तब  उसे  जब  ठान लेगा।
3
ख़ुशी  देखी  नहीं जाती।
हँसी   रोकी  नहीं जाती।

लबों की चुप्पियाँ मुश्क़िल,
जुबाँ भी  सी  नहीं जाती।

रिवाज़ों,  क़ायदों  से   डर,
वफ़ा   तोड़ी  नहीं  जाती।

सभी कुछ पा लिया लेक़िन,
कमी अपनी  नहीं जाती।

ज़ुदा   है मामला  दिल का,
लगी इसकी की नहीं जाती।
4
तीर लगते नहीं निशाने तक।
पाँव उठते नहीं ठिकाने तक।

अश्क़ पलकों में आ ठहरते हैं,
वो छलकते नहीं रुलाने तक।

डूबते  तो  सभी ने  देखा था,
कोई आया  नहीं बचाने तक।

ताश के घर-महल  बनाते  हो,
ये संभलते नहीं  जमाने तक।।  

हाल  है  इन तमाम रिश्तों का,
साथ चलते नहीं  निभाने तक।

आग अंदर है अलग बाहर से,
ये  सुलगती नहीं बुझाने तक ।
5
अश्क़  सारे  बहा लिए जाएँ।
राज़ दिल के जता लिए जाएँ।

आज़  ग़फ़लत  नहीं रहे कोई,
दर्द सब आज़मा  लिए  जाएँ।

काम  आसान हो सभी अपनें,
हाथ  सबसे  बँटा  लिए जाएँ।

उन रिवाज़ों से इन रिवाज़ों के,
बीच  रस्ते  बना  लिए  जाएँ।

मेज़बानी  के  हाल -मौके  पर,
सब बिखेरे  जमा  लिए जाएँ।

दूसरों  से  ज़रा  सबक लेकर,
हाथ  अपने  बचा  लिए जाएँ।
           अमझेरा धार मप्र
पिन 454441 मो 9893119724


अन्तर्वेदना

प्रिया देवांगन "प्रियू"
 
 "मुझे अपनी शरण में ले लो राम...... ले लो राम"
 "मुझे अपनी शरण में ले लो राम................!!"
रानो तुम ये उदासी भरा भजन क्यों गा रही हो और ये क्या तुम्हारी आँखें सरोवर की तरह डबडबा गई हैं? प्यारे ने अपनी पत्नी रानो के कंधे पर हाथ रखते हुए पूछा।
प्यारे! अब जीवन अंतिम पड़ाव पर है, भगवान भजन ही हमें मोक्ष की ओर ले कर जाएगा। रानो प्यारे के हाथ पर हाथ रखती हुई बोली। 
                         धत् पगली! हमने कौन सा पाप किया। पाप ही तो.....रानो आगे कुछ बोलती उससे पहले ही प्यारे ने उनको चुप करा दिया।
अच्छा सुनो रानो! हाँ प्यारे कहो; पता है न इस बार हमारी वैवाहिक वर्षगांठ के दिन कौन आने वाला है।
अरे हाँ.....! मैं कैसे भूल सकती हूँ। रानो मुस्काती हुई बोली। क्या रानो तुम भी न! 
                  प्यारे!..... न जाने क्यों मेरा हृदय उनसे मिलने को इतना आतुर है, और दूसरी तरफ कोने में छिपा भय बार–बार संकेत कर रहा है, लेकिन क्या? 
मुझे समझ नहीं आ रहा है। तभी! रानो और प्यारे की बातें उनके खास मित्र लखन लाल जी ने सुन लिया और बोले– "क्या बहन जी; आपको हमने कितनी बार समझाया कि ज्यादा मत सोचिए आप लोगों को बहुत अच्छा तोहफा मिलने वाला है; खास मैनेजर साहब ने इंतजाम किया है। भई....मैनेजर साहब से हम बहुत बार मिल चुके हैं अब आप लोगों की बारी है।"
                    थोड़ी देर बाद...... दूर खड़ी प्यारे और रानो की केयर टेकर आई  और बोली- "सुनो....सुनो....सुनो! सभी एक जगह इकट्ठा हो जाइए। आप लोगों को जिस पल का इंतज़ार था वह ख़त्म हुआ।" सभी के चेहरों पर मुस्कान की लालिमा दस्तक देने लगी।
         
             चलो....चलो रानो जल्दी चलो; वे आ गए हैं। दोनों एक–दूसरे का हाथ पकड़ कर तेज चलने लगे। प्यारे की खुशी का ठिकाना ही नहीं था मानो कोई अपना आया हो। हाँ प्यारे अब चलो भी!
ओह! इतनी अच्छी सजावट मैंने आज तक नहीं देखी। रानो अपने दोनों गालों पर हाथ रखती हुई हैरानी से बोली। सच....आखिर मैनेजर साहब कौन और कहाँ हैं? चलिए न प्यारे...! सबसे पहले उनको आशीर्वाद देकर धन्यवाद करते हैं। 
                    अरे! शायद वे रहे मैनेजर साहब। पीछे मुँह करके खड़े हैं, जैसे ही  प्यारे ने उनके कंधे पर हाथ रखा मैनेजर साहब उनकी तरफ मुड़े। 
   
             ये क्या!... प्यारे ये तो तुम्हारा भतीजा है। जो विदेश में रहता है।  हाँ रानो! कुछ सेकेंड तक तीनों एक–दूसरे की तरफ टकटकी लगाए देखते रहे। प्यारे की लड़खड़ाती जुबान बोली– "आपने तो हमें सरप्राइज़ ही कर दिया।" मैनेजर साहब! सही कह रहे थे लोग; धन्य हैं तुम्हारे माता–पिता धन्य हैं; जो तुम्हें जन्म दिए हैं। बोलती हुई रानो मैनेजर साहब के दोनों हाथों को पकड़ कर रोने लगी। देर से ही सही तुम्हें अक्ल तो आई।

            जो बेटा अपने माँ–बाप के जीते जी सेवा न कर सका। आज उनके गुजर जाने के बाद इतने बड़े वृद्धाश्रम में दूसरों के माँ–बाप को संभालने और खुश रखने की जिम्मेदारी उठा रहा है। ये पश्चाताप का अच्छा अवसर ढूँढ रखा है बेटा। प्यारे ऊँची आवाज में बोले। अपनी नाराज़गी जताते हुए प्यारे, रानो का हाथ पकड़ उल्टे पाँव कमरे की तरफ लौट गए। वृद्धाश्रम में खड़े बुजु़र्गों की आँखें भर आईं। दूसरी तरफ मैनेजर साहब सर झुकाए फफक कर रो पड़े। रानो और प्यारे को उनकी इकसठवीं वर्षगांठ के तोहफ़े ने हृदय की गहराई तक झकझोर दिया।
 



राजिम
जिला - गरियाबंद
छत्तीसगढ़


शनिवार, 8 मार्च 2025

"कल्याण पथ प्रदर्शक : तीर्थंकर महावीर" एक अनुपम कृति

                    सुभाष सेठिया,

कृति- कल्याण पथ प्रदर्शक : तीर्थंकर महावीर
लेखक- अभिनन्दन गोइल
समीक्षक- सुभाष सेठिया
     शतरंग प्रकाशन, लखनऊ से प्रकाशित वरिष्ठ साहित्यिकार श्री अभिनंदन गोइल जी की पुस्तक "कल्याण पथ प्रदर्शक : तीर्थंकर महावीर" एक अनुपम कृति है।
     वर्तमान समय में भाव विशुद्धि जैसे पुरुषार्थ सिद्ध कार्य पर लेखक ने गहनता से प्रकाश डाला है। भगवान महावीर के जन्म से निर्वाण तक के जीवन को आचार्य के संदर्भों और वैज्ञानिक विश्लेषण के साथ प्रस्तुत करना, निःसंदेह कृतिकार की विद्वत्ता और गहन शोध को दर्शाता है।
   इस पुस्तक में श्री रामधारी सिंह दिनकर, आचार्य श्री विद्यानंद जी, श्री धर्मानंद कौशम्बी जी, डॉ. एस. एम.पहाड़िया जी, मुनि श्री प्रमाण सागर जी, आचार्यश्री महाप्रज्ञ जैसे श्रेष्ठ जनों के संदर्भों का समावेश, इसकी प्रामाणिकता और विश्वसनीयता को और भी बढ़ा देता है
   जिनागम के सिद्धांतों, धर्म के दस लक्षणों, छह द्रव्यों के वैज्ञानिक विश्लेषण, सात तत्वों के विवेचन, आठ कर्मों के क्षय, रत्नत्रय (निश्चय और व्यवहार सहित) और मोक्ष मार्ग का विस्तृत वर्णन अत्यंत सराहनीय है। पुस्तक में विशेष रूप से, अनेकांत के सिद्धांत को जिस प्रकार जैन धर्म से जोड़कर प्रस्तुत किया है, वह वास्तव में अद्वितीय है। कर्म निर्जरा के लिए ध्यान की श्रेष्ठता पर बल, आध्यात्मिक पथ पर अग्रसर होने वाले जीवों के लिए अत्यंत प्रेरणादायक है।
   यह आशा ही नहीं, अपितु पूर्ण विश्वास है कि यह मंगलकारी कृति अनेक भव्य जीवों को संयम और सम्यकत्व की ओर अग्रसर करने में सहायक सिद्ध होगी। इस लेखन से निश्चित रूप से समाज में नैतिक और आध्यात्मिक मूल्यों का संवर्धन होगा। इस अद्भुत साहित्यिक प्रयास के लिए लेखक और प्रकाशक को हार्दिक बधाई।

सुभाष सेठिया,
संपादक बघेरवाल दर्पण
61 गुमास्ता नगर, इंदौर



सोमवार, 3 मार्च 2025

साय सरकार का बजट निराशाजनक- विभा साहू


साय सरकार का बजट निराशाजनक- विभा साहू

साय सरकार का बजट निराशाजनक- विभा साहू

राजनांदगांव। कांग्रेस नेत्री एवं जिला पंचायत सदस्य श्रीमती विभा साहू ने छत्तीसगढ़ सरकार के आम बजट पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए इसे निराशाजनक बजट बताया है।

उन्होंने कहा कि मोदी की गारंटी का हवाला देकर महिलाओं को 500 रूपए में गैस सिलेंडर देने की योजना हेतु कोई प्रावधान नहीं किया गया है। रानी दुर्गावती योजना के अंतर्गत बीपीएल परिवार में बालिका के जन्म पर डेढ़ लाख रुपए का आश्वासन प्रमाण पत्र का प्रावधान बजट से गायब है। दीनदयाल उपाध्याय कृषि मजदूर कल्याण योजना सहित छात्रों को कॉलेज आनेजाने के लिए डीबीटी के माध्यम से मासिक ट्रैवल एलाउंस की भी प्रावधान इस बजट में नहीं है। शक्तिपीठ योजना का जिक्र इस बजट से गायब है। सरकार तुम्हर द्वार अंतर्गत डेढ़ लाख बेरोजगार युवकों को रोजगार देने की बात करने वाली भाजपा सरकार ने इस बजट में यह प्रावधान भी नहीं रखाी है। प्रत्येक ग्राम पंचायत में मुक्तिधाम एवं दशगात्र घाट निर्माण करने की मोदी की गारंटी में बात कही गई थी, उसका भी प्रावधान इस बजट में नहीं है। गरीब श्रेणी के छात्र इंजीनियरिंग, चिकित्सा, कानून व सीए, प्रोफेशनल शिक्षा के लिए 50 प्रतिशत छात्रवृत्ति का भी बजट प्रावधान नहीं किया गया है

श्रीमती साहू ने कहा है कि साय सरकार के वित्तमंत्री ओपी चौधरी द्वारा दूसरी बार प्रस्तुत बजट बेहद निराशाजनक है। इस बजट में किसानों और बेरोजगारों के लिए कोई योजना नहीं है और न ही महंगाई कम करने के लिए कोई कार्य योजना है। उन्होंने कहा कि सरकार को चाहिए कि शिक्षा और स्वास्थ्य पर फोकस कर इसे और सरल बनाया जाए। भूपेश सरकार के दौरान शराबबंदी की मांग को लेकर हो-हल्ला करने वाली भाजपा सरकार शराब के दाम में कटौती कर प्रदेश में शराबखोरी को बढ़ावा देने पर तुली है

SKTIWARI

सरपंच के झटका

 एक दिन के गोठ आय कका ह घर म बैठे-बैठे लाल चाहा पियत रहय,उहि बेरा म वोकर छोटे भतीजा ह आके कहीथे कका मेहा ये बच्छर चुनाव लड़े के बारे म सोचत हों अऊ तोर आशीर्वाद लेय के खातिर आए हों,अतका गोठ ल सुनके कका ह बात काटत बोलिस,अरे बेटा तेहा चुनाव उनाव के चक्कर म काबर पड़त हस,कलेचुप कमा अऊ खा|भतीजा ह कथे कका ये बच्छर सहिच म चुनाव लड़हूं चाहे जो भी हो जाय|
          भतीजा के नशा ल देख के कका ह कहीथे कस रे दस बीस लाख रुपया  रखे हस? जेन चुनाव लड़े के हिम्मत करत हस, कहाँ ले वोतका पैसा पाबे बेटा? भतीजा कहीथे कका काँहचो के उधार बाढ़ी करहूं,या नहीं ते मोर हिस्सा के एक दु एकड़ खेत ल बेचहूँ,फेर सरपंच के चुनाव जरूर लड़हूँ|
           लइका के जोश ल देख सुन के कका ह कहीथे अरे बेटा खेत खार ल बेच के या करजा करके चुनाव लड़े के अक्कल ते कहाँ ले पाएस? देख बेटा बड़े-बड़े राजा ह फकीर होगे रे ये बुता म जी,त तोला कोन पुछही? अऊ अतेक करजा करके चुनाव जीत डरबे त का कर डरबे? अऊ फेर करजा ल कईसे छुटबे? अऊ सबले बड़े गोठ ये हरे कि तेहा अंचइत पंचइत के बुता कईसे करके करबे? 
       भतीजा ह कका के गोठ ल सुन के हाँसत-2 कहीथे,तेहा नइ जानस कका आजकल के सरपंची ल, आज कोनो ह नेता पर हितवा करे बर नी बने गो, सब अपन के देखईया हे | महू ह एक दांव सरपंच बन जहूं न त जम्मो करजा ह ऐसने छुटा जाहि|
         बबा कथे कि, के रूपया तनखा हावय रे सरपंच के? जेन तेहा महल बना डरबे,भतीजा कथे ये कका,तै निचट भोला हस गो,अजी एक दांव सरपंच बनना याने कि कोनो कुबेर के लाॅटरी लगे के बरोबर होथे,कका कहीथे का लाॅटरी रे,, भतीजा कहे,झटका कका झटका, तै नी जानस गो,नदिया के रेती म झटका,दारू अऊ खदान के ठेका म झटका,नाली नरवा के पाछु म झटका,करोड़ो के  विकास कार्य के बजट म लाखों के सरकारी झटका,रोजगार गारंटी म झटका,गाँव के तरिया नरवा के मछरी अऊ रुख राई म झटका,का बताबे बबा भाषण से राशन,अऊ आवास से ले के आखिरी सांस म झटका, अब का बतांव कका,गरीबी रेखा अऊ कोला बारी तक म झटका हावय गो,, तभे तो ते नि जानस का आज जेन देखबे तेन मटमटाय हावय चुनाव लड़े खातिर|तभे तो जेकर औकात नी राहे वहू मनखे ह पाँच बच्छर म बड़े बड़े मोटर कार अऊ बंगला बना डरथे जी|वोकर संगे -संग गांव म दिखावटी शान अलग मिलथे|
                अतेक जबर झटका ल का सुनिस कका के अंतस ल जोर के झटका लागिस,कका कथे बेटा ये तो पाप हरे न अपन गाँव घर अऊ धरती दाई के संग म गद्दारी करना ह, कहाँ  के धरम आय,बेटा वो पंच परमेश्वर के गोठ कहाँ गे, जिन्हा मनखे के ईमान ल सबले बड़े धरम माने जाय,कका ह समझाय बेटा मेहनत के कमई ह सबले बड़ा पुण्य होथे रे,चल कुदारी ल धर अऊ धरती दाई के सेवा कर, बड़ पुण्य मिलही रे???
                कुछ सोचत कका ह कहीथे,अरे हाँ कोनो चुनाव हार गेस त का होहि रे? ,भतीजा ह जानू मानु  मजाक करत कहीथे  अऊ का होहि,कका 
" फोकट के चाउर मिले,फोकट म नून,
में गावत हो ददरिया तै कान दे के सुन|
राशन कार्ड म चाऊर मिलही,
श्रम कार्ड म मिलही बुता|
मुड़ कान पिराय त,पी खा के सुता||
तबियत खराब होहि त,
आयुष्मान ह माढ़े हे,
करजा दे बर,बैंक के लोन ह ठाढ़े हे||
     अइसन दिल्लगी करत मैं जावत हों बबा पर्चा भरे बर कहिके  हाँसत-2 भाग गिस,,,, बबा मुड़ धर के सोच म पड़गे,,, का सच म आज चुनाव सिरिफ झटका के खातिर होथे---
श्रवण कुमार साहू, "प्रखर"
राजिम गरियाबंद,( छ. ग.)