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मंगलवार, 5 नवंबर 2024

धान लुवाई आगे


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सबों मान डारेन दिवाली तिहार 

अब खेत खार ल तो जी निहार।

हरहून धान लूवे बर होगे तियार 

हसीयामन ल कर लेवा जी धार।


हसीया ल लोहार सो फरगवा ले

बढ़िया तलवार कस धार कराले।

पैरा के ग सुन्दर डोरी ल बरवाले

चाहे त पूरी बांधें ब जूमा बनाले।


गाड़ा पिढ़हा के चक्का ल भारले

अपन गाड़ा म नवा खूंटा गाड़ ले।

गाड़ा पिढ़हा ल बढ़िया सुधार लें

गाड़ा भैंइसा किसान के अधार हे।


हार्वेस्टर म तो अबड़ धान झर थे

अदर कचर धान ह लूवाबे कर थे।

पैरा ल डोहारे बर अलग तो परथे 

हाथ म लूऐ ले चार के बनी चलथे।


चार महिना के तो खेती- किसानी 

हाथ म करबे त हे अबड़ परेशानी। 

ख़ून पसीना ह बनके बोहाथे पानी

किसान ले चलथे सबके जिंदगानी।

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✍️ ईश्वर "भास्कर"/ग्राम-किरारी।

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