कितना परेशान हो मन को समझाना जरूरी है,
मुश्किल हालात में दिल को बहलाना जरूरी है।।
मिले जो मंजिल कभी तो,गुरूर कभी न करें।
भरी शाख के मानिंद सिर झुकाना जरूरी है।।
किसी की खामोशियों का लिहाज करलें सभी,
वरना शोले उगलते लफ़्ज़ों को जताना जरूरी है।।
बडो़ की दुआओ का असर , बेअसर नहीं होता।
जीवन की शाम में,बुजुर्गों का मुस्कुराना जरूरी है।।
लम्बे अरसे से इन्तजार था उदयपुर जाने का।
समय आने पे ठहरे कदम ,दर्द छिपाना जरूरी है।।
मीरा सक्सेना पीलीभीत उत्तर प्रदेश
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