मतलबी दुनिया में नहीँ दिखता पराया दर्द किसी को
बिन कहे ना समझे तो, अपना पहलू बताना जरुरी है
मतलब निकालने के लिए दुनिया बहुत बड़ी है जनाब
हाथ सेकने को, कहाँ दोस्त का घर जलाना जरूरी है
तेरे गम उठा लूंगा, हंसकर मैं अपने पहलू में ए दोस्त
विश्वास से तेरा एक कदम, मेरी ओर बढाना जरुरी है
मेरी बेरुखी से हो रहा है वो जो आज नाराज विमल'
मगर मेरे सीने के घाव, उसे रुठकर दिखाना ज़रूरी है
विमला शर्मा
सिरसा हरियाणा
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