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रविवार, 26 नवंबर 2023

पलट के देखा,सोचा होगा कोई

 

पलट के देखा,सोचा होगा कोई,
सोचता रहा कोई,था कोई और,
हकीकत में देखता रहा किसी और को,
खुद को सीसे में देखा,था कोई और।1।
साथ का साथी खोया अभी अभी,
खोजता रहा किसी को मिला कोई और,
जो किया था तलास थक हार कर,
आधार में नाम लिखा लिया कोई और।2।
मेरी तरह चाहता रहा वो भी उसे,
सोच नही था उसे चाहे कोई और,
साथ साथ जा रहा था कोई और,
सवाल का जवाब दिया कोई और।3।
उसके ख्वाब में था मैं भी कभी,
जनता नही था दिल में कोई और,
उसके खयाल में था कोई और,
दिल फाड़ के देखा मिला कोई और।4।
घर में खूंटी बनाया और किसी को,
कह दिया ये किया है कोई और,
कपड़ा टांगा दिया कोई और का,
उसे पहन के चला गया कोई और।5।
शेर लिखता रहा किसी और पर,
पढ़ के सुनाता रहा कोई और,
वाह वाह करता रहा कोई बस,
शेर का शिकार कर गया कोई और।6।
आज के मेले में खोया था कोई और,
ला के पुलिस दिखा दिया कोई और,
पुलिस रिपोर्ट लिख दी और किसी की,
रिपोर्ट की आई रिपोर्ट थी कुछ और।7।
कहते है सभीजो हंसा वो फंसा,
यहां हंसा कोई फंसा कोई और,
अबतक तना था जो कोई यहां,
तनाव में आ गया कोई और।8।

नरसिंह यादव

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