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गुरुवार, 6 जुलाई 2023

दाग

आज सुबह - सुबह गली में बहुत शोर सुनाई दे रहा था, कुछ समझ नहीं आया तो मैंने सफाई वाले भैया से पूछा कि भैया क्या हो गया?
कैसा शोर है ये, तब वो बोला क्या बताए भाभी जी पीछे गली में श्रीवास्तव जी है ना ; उन्होंने आत्महत्या कर ली आज सुबह |
सुनकर मेरा तो सर ही चकरा गया, अन्दर जाकर पति को भी यह बात बतायी और हम दोनों पडोसी होने के नाते उनके घर जाने के लिए तैयार होने के साथ श्रीवास्तव जी की बातें करने लगे |
बहुत ही अच्छे इंसान थे बहुत ही हसमुख प्रव्रति के थे वो उनकी पत्नी भी सभी के साथ प्रेम पूर्वक रहती थी | जाने ऐसा कदम क्यूँ उठाया उन्होंने, यही बात करते-करते हम उनके घर पहुँच गए |
जाकर देखा पुलिस कुछ पूछताछ कर रही थी घरवालों से और कुछ समय बाद शरीर को पोस्टमार्टम के लिए ले गयी |
मिसेज श्रीवास्तव बिल्कुल शांत बैठी थी, लोग आपस में बातें कर रहे थे हमें भी उत्सुकता थी जानने की कि आखिर ऐसा क्यों हुआ |
और जब हमने इस आत्महत्या के पीछे की कहानी सुनी तो श्रीवास्तव जी का अलग रूप हमारे सामने आया |
तो घटना कुछ इस प्रकार थी कि मि. एण्ड मिसेज श्रीवास्तव हमारे पडोस में करीब पंद्रह साल से रहते थे, बहुत ही मिलनसार और हंसमुख थे दोनों एक बेटी थी जो पढाई के लिए बाहर रहती थी,
श्रीवास्तव जी के मंझले भाई की गाँव में म्रत्यु हो गई तो उसकी इकलौती बेटी को पढाई के लिए वो साथ ले आए, मिसेज श्रीवास्तव ने देखा यहाँ आने के बाद बच्ची बहुत चुप रहने लगी है!
पति से कहा तो वो बोले नयी जगह है शायद इसीलिए सब ठीक हो जाएगा, एक दिन मिसेज श्रीवास्तव को बच्ची में कुछ शारीरिक बदलाव का अंदाज़ा हुआ, उनहोंने बुलाकर बहुत ही प्यार से पूछताछ की तो जो उसने बताया वह सुनकर वो खुद बेहोश होते हुए बचीं!
पता चला कि उनके पति ने उस बच्ची का शारीरिक शोषण किया है|
जब इस विषय में श्रीवास्तव जी से बात की गई तो वह अपनी पत्नी से नजरें भी नहीं मिला पाए, और अगली सुबह आत्महत्या जैसा कदम उठा लिया |
लेकिन वह भूल गए कि उनके ऊपर ऐसा दाग लग चुका है जो मर कर भी खत्म नही होगा |

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