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रविवार, 16 जनवरी 2022

राजनीति के मुद्दे

राजनीति के मुद्दे झोला छाप बदल कर भी देखो
बाप बदलने वालो कुछ तो आप बदल कर भी देखो
कभी गिरेबाँ भी झाँको तुम दोष न दो बस औरों को
अपनी चाहत के कुर्ते का नाप बदल कर भी देखो
लोकतंत्र के उत्सव में जब गायन करने निकले हो
वोटों वाली ढोलक की तुम थाप बदल कर भी देखो
खींच रहे हो समीकरण की कैसी - कैसी त्रिज्यायें
अपनी-अपनी परकारों का चाप बदल कर भी देखो
आखिर कब तक पूजोगे इन अवसरवादी नागों को
मंत्र बदल कर देखो अपना जाप बदल कर भी देखो
प्रशान्त उपाध्याय

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