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मंगलवार, 7 दिसंबर 2021

आशा की उजियारी

हमारी जिंदगी में आशा की ,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,!!
हमारी जिंदगी में आशा की उजियारी रहती है |
जब झलकती उजियारी तो अँधियारी हटती है |
हमारी जिंदगी में आशा की ,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,!!
उपर वाले के बिधान पे सबको चलना रहता है |
तन मन के जोर पे हर निभान करना पड़ता है |
जैसी तुम्हारी वैसी ही दशा हमारी भी रहती है |
हमारी जिंदगी में आशा की ,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,!!
अपनें सफर में सुख दुख का मिलता उपहार है |
जैसा नियति में रहता वैसा हमको स्वीकार है |
साँसों के चलान पे सारी जिंदगी हारी रहती है |
हमारी जिंदगी में आशा की ,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,!!
संग हमारे हर पल निभते चलते हमारे अपने हैं |
उनके साथ में रहकर हम पूरे करते हर सपनें हैं |
जब खुशियाँ भरी हों तब कहाँ लाचारी रहती है |
हमारी जिंदगी में आशा की ,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,!!
जो बड़े सयाने हैं वे भी अपनें संस्कार दे जाते हैं |
तन मन में भरे हमारे दोष विकार वही घटाते हैं |
अपनी नश्वर काया उनकी ही जयकारी करती है |
हमारी जिंदगी में आशा की ,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,!!
जनार्दन द्विवेदी

 

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