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सोमवार, 23 दिसंबर 2024

नोनी माई



बिहनिया के जाड़ अउ उवत बेरा के रउनिया तापे  म बड़ आनंद हे l उही बेरा गली म झोला लटकाये अउ कनिहा म तीन साल के नोनी ल पाये एक महिला निकलीस l आज के समय म भीखमंगीन कहना घलो गलत हे l दान बर घलो किंजरत रहिथे  "शनि देवता बर तेल चघा दे " कहत l

उही मेऱ आइस जेन मेऱ सब रउनिया लेवत रहेन l  

"बाबू जी 

मोर लइका ल माई शक्ति दे हे l हमन ल सुन के अचरज होइस l  ले नानकुन लइका के आड़ म धंधा l ढोंग ढचरा बाढ़त जात हे l

" लइका के आड़ म सब धंधा होवत हे मांगे जांगे के l  रमउ बोल परिस l 

चमत्कारी नोनी हे " पुछेव l

वोहर कहिस वोइसने समझ ले बाबू l "

"वो कइसे बता?"

वो बताइस -" मोर नोनी के मुड़ म तीन बेर अपन हाथ ला फेरही  तीन महीना के भीतर ओकर कोनो काम अटके हे बन जही l हाथ फेरत नोनी कुछ बोल दिही तभे l"

"का बोलथे तेमा "

"येला बोले ल नई आवय  फ़ेर जेकर  भाग्य दिखथे  ओला जान डर थे l" 

" त का कुछ दे ये पड़थे "

"कुछु नहीं एक पाकिट तेल भर म l"

"ले जा जा,आघू जा,माई 

तोर बूता ला तहीं जान.. I "

"नानकुन नोनी ए  देवी माई ए बाबू l" 

रमेसर तैयार होगे l दुकान ले  खरीद के ले आइस एक पाकिट तेल कहिस "ले माई "i

वोहर कहिस -"पाकिट ल धर के घुमा ओकर बाद ओकर मुड़ी म हाथ ला फ़ेर l"

रमेसर ओइसने करिसl नोनी तीसर घ के फ़ेर म "मई ईं दो "l 

रमेसर ला ख़ुशी होइस मोर काम बनगे l नोनी माई के मुँह ले निकलगे l

कुछ दिन के बाद पता चलिस l

ओ महिला के नोनी के मुड़ी म बचपन ले अंदरूनी  ले  खराब हे l ओकर इलाज खातिर  बिचारी तेल इकठ्ठा करके ओला बेचके रुपिया सकेलत रहिस l पइसा मांगे म सब तिरिया जथे  l  कोन पइसा दिही आज के ठग जग के समे म l दया  अउ दानी दूनो ला धोखा l काकर ऊपर का  भरोसा करबे?  बने के बेरा लुका जथे l कहे भर के मैनखे?

इलाज खातिर इही तरीका अपना के घर घर देवी माई आवत हे l 

"नोनी माई  "ला किंजारत हे गली गली l 

अपन शक्ति ला देखा ना माई 

कहत रहीगेव l


मुरारी लाल साव 

कुम्हारी

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