मंगलवार, 5 जनवरी 2021
ऐ गुजरते साल
“ ऐ गुजरते साल “
ऐ गुजरते साल तूने क्या रंग दिखलाया,
एक ही पल में सुख-दुःख का अनुभव करवाया,
कुछ खुश थे अपनों के साथ रह कर,
कुछ को तूने बेघर करवाया,
कुछ को तूने खूब पनपाया,
कुछ को एक रोटी के लिए तरसाया,
ऐ गुजरते साल तूने क्या रंग दिखलाया, ||1||
किसी को अपनों के लिए तरसाया,
किसी को अपनों के पास रखवाया,
किसी का रोटी रोज़गार छिनवाया,
किसी की तिजोरी को दोगुना करवाया,
ऐ गुजरते साल तूने क्या रंग दिखलाया, ||2||
किसी ने तुझे खूब कोसा,
किसी ने तुझे खूब भुनाया,
किसी ने प्रेम की विरह में वक़्त गुजारा,
किसी ने कई बरसों बाद संग वक़्त बिताया,
ऐ गुजरते साल तूने क्या रंग दिखलाया, ||3||
किसी को निराशा ने घेरा,
किसी को नया आयाम दिलाया,
किसी ने इसे बर्बाद किया,
किसी ने इसे नयी दिशा में घुमाया, ||4||
ऐ गुजरते साल तूने क्या रंग दिखलाया,
एक ही पल में सुख-दुःख का अनुभव करवाया
परिचय :
मैं सीनियर एच.आर. प्रोफेशनल हूं, जिसे विभिन्न एच.आर. अवार्ड और सर्टिफिकेट के साथ मान्यता प्राप्त है।
मुझे एच. आर. प्रोफेशनल लीडर ऑफ द ईयर-2017 से सम्मानित किया गया है
मुझे अपने स्कूल के दिनों से ही लेखन (लेख, कविता, ब्लॉग और कहानी) का शौक है।
कई राष्ट्रीय और अन्तराष्ट्रिये जानी मानी संस्थाओ दवारा मेरी कविताएँ, कहानियाँ , आर्टिकल्स , ब्लॉग्स इत्यादि प्रकाशित |
कविताओं और कहानी प्रतियोगिताओ में सम्मानित , प्रगतिशील कवियत्री उपाधि द्वारा सम्मानित इत्यादि उपलब्धियाँ |
• मेरी रचना का चयन " 𝐁𝐞𝐬𝐭 𝐨𝐟 𝐖𝐨𝐦𝐞𝐧 𝐏𝐨𝐞𝐭𝐫𝐲" में हुआ है और प्रकाशन 𝐁𝐢𝐥𝐢𝐧𝐠𝐮𝐚𝐥 𝐦𝐨𝐧𝐭𝐡𝐥𝐲 𝐣𝐨𝐮𝐫𝐧𝐚𝐥 𝐩𝐮𝐛𝐥𝐢𝐬𝐡𝐞𝐝 𝐟𝐫𝐨𝐦 𝐏𝐢𝐭𝐭𝐬𝐛𝐮𝐫𝐠𝐡, 𝐔𝐒𝐀 𝐦𝐚𝐠𝐚𝐳𝐢𝐧𝐞 सेतु पत्रिक में किया गया है .
• कहानियाँ दैनिक भास्कर में प्रकाशित हुई हैं
• मेरी कविता को नेशनल एक्सप्रेस, लोकमत, ई- अभिव्यक्ति द्वारा प्रकाशित किया गया है
• कविता पाठ , YouTube वीडियो शो द्वारा लॉन्च किया गया
• कविता को पुणे के सर्वश्रेष्ठ कवियों की सूची में चुना गया और पुस्तक "सह्याद्रि इकोस" में प्रकाशित की गई
• साप्ताहिक कॉलम के लिए ई- अभिव्यक्ति द्वारा निमंत्रण
• मेरी कहानियों का चयन अमेरिका द्वारा आयोजित कहानी प्रतियोगिता-मई'2020 में हुआ हैं
By:-Deepika Gahlot (मुस्कान)
Sr. HR professional | Blogger | Writer | Speake
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