आज के रचना

उहो,अब की पास कर गया ( कहानी ), तमस और साम्‍प्रदायिकता ( आलेख ),समाज सुधारक गुरु संत घासीदास ( आलेख)

सोमवार, 7 मार्च 2022

हर क़दम निश्चित सफलता चाहते हैं

 हमीद कानपुरी

हर क़दम  निश्चित  सफलता  चाहते हैं।
हम  सलीक़ा  औ  सरलता   चाहते  हैं।

अब  नहीं   कोई    गरलता   चाहते  हैं।
हम  नहीं  हरगिज़  विफलता  चाहते हैं।

भूल कर भी छोड़िये मत  अवसरों  को,
ज़िन्दगी   में   गर  सफलता  चाहते  हैं।

फिर समय के साथ चलना ही मुनासिब,
यदि नहीं  हर  पग  विकलता  चाहते हैं।

वक्त  पर   करने  सभी  हैं   काम   पूरे,
तेज़  बिजली   सी  चपलता   चाहते हैं।


अब्दुल हमीद इदरीसी,
179, मीरपुर, छावनी, कानपुर-208004

कोई टिप्पणी नहीं:

एक टिप्पणी भेजें